सार

विधायक दल ने सीनियर लीडर चंपई सोरेन को अपना नेता चुन लिया, समर्थन पत्र भी इस्तीफा के पहले गवर्नर तक पहुंचा दिया लेकिन सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए गवर्नर अभी तक समय नहीं दे सके हैं।

Jharkhand Political crisis: झारखंड में 18 घंटे से अधिक समय पहले निवर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपना इस्तीफा गवर्नर को सौंप चुके हैं। ईडी हेमंत सोरेन को अरेस्ट कर चुकी है। उधर, विधायक दल ने सीनियर लीडर चंपई सोरेन को अपना नेता चुन लिया, समर्थन पत्र भी इस्तीफा के पहले गवर्नर तक पहुंचा दिया लेकिन सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए गवर्नर अभी तक समय नहीं दे सके हैं। सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए इंतजार कर रहे चंपई सोरेन ने गवर्नर सीपी राधाकृष्णनन को SOS मैसेज भेज कर गुहार लगाए हैं कि कृपया राज्य में सरकार बनाने के लिए आवश्यक आदेश दें। हालांकि, राजभवन सूत्रों ने बताया है कि शाम साढ़े पांच बजे गवर्नर नेताओं से मिलने को राजी हुए हैं।

ईडी ने किया था सोरेन को अरेस्ट

बुधवार को ईडी ने हेमंत सोरेन को अरेस्ट किया था। राज्य में जमीन को लेकर भ्रष्टाचार के एक मामले में हेमंत सोरेन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रहा है। अपनी गिरफ्तारी का अंदेशा पहले ही हो जाने के बाद सोरेन ने राज्यपाल से मिलकर इस्तीफा सौंप दिया था। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किए जाने के बाद चंपई सोरेन को बुधवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दल का नेता चुना गया था।

राज्यपाल को लिखा चंपई सोरेन ने लेटर

सरकार बनाने के लिए बुलाए जाने में देरी होने पर चंपई सोरेन ने राज्यपाल को लेटर लिखा है। झारखंड में झामुमो, कांग्रेस और राजद के 47 विधायकों द्वारा हस्ताक्षरित समर्थन पत्र राज्यपाल को बुधवार को सौंपा था। झारखंड में 47 विधायकों का समर्थन चंपई सोरेन को है जोकि बहुमत के निशान से काफी अधिक है। चंपई सोरेन ने राज्यपाल को लिखा कि सभी विधायक उनके साथ राजभवन गए थे लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया।

चंपई सोरेन ने राज्यपाल को लिखा: सर, फिलहाल पिछले 18 घंटों से राज्य में कोई सरकार नहीं है। असमंजस की स्थिति बनी हुई है। संवैधानिक प्रमुख होने के नाते हम, विधायक और राज्य की जनता आपसे उम्मीद करती है कि आप जल्द ही सरकार बनाने के लिए कदम उठाएंगे। एक लोकप्रिय सरकार की और राज्य को भ्रम से बाहर निकालें।

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