मध्य प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने मंगलवार(9 मई) को भोपाल और छिंदवाड़ा में छापामार कार्रवाई करके इस्लामिक आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर(HUT) से जुड़े 11 संदिग्धों को अरेस्ट किया है। जबकि पांच अन्य को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया।
भोपाल.मध्य प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने मंगलवार(9 मई) को भोपाल और छिंदवाड़ा में छापामार कार्रवाई करके इस्लामिक आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर(HUT) से जुड़े 11 संदिग्धों को अरेस्ट किया है। जबकि पांच अन्य को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया। इन गिरफ्तारियों के साथ पुलिस अधिकारियों ने कट्टरपंथी संगठन के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने का दावा किया है। ATS का दावा है कि इनमें भोपाल गैस त्रासदी एक्टिविस्ट का बेटा भी शामिल है।
मप्र के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इन गिरफ्तारियों की पुष्टि करते हुए बताया कि MPATS ने आतंकी संगठन HUT के 10 सदस्यों को भोपाल और एक को छिंदवाड़ा से पकड़ा है। 5 लोग हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए हैं। ATS को इनके पास से आपत्तिजनक साहित्य मिला है। ATS को लंबे समय से इनको लेकर इनपुट मिल रहे थे। यह संगठन शरीयत कानून लागू कराने के लिए आतंक का सहारा ले रहा है। भोपाल में गिरफ्तार 10 संदिग्ध आतंकियों को कोर्ट में पेश किया गया। यहां से उन्हें 19 मई तक ATS को रिमांड पर सौंपा गया है।
एक अधिकारी ने कहा कि MPATS ने एक जिम ट्रेनर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर और शिक्षक सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया और उन्हें गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और आईपीसी के अन्य प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है।
इनमें से 10 को भोपाल के शाहजहानाबाद, ऐशबाग, लालघाटी और पिपलानी इलाकों से गिरफ्तार किया गया, जबकि एक को छिंदवाड़ा शहर से पकड़ा गया। अधिकारी ने कहा कि एचयूटी के गिरफ्तार सदस्यों के पास से राष्ट्र विरोधी दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और कट्टरपंथी साहित्य बरामद किया गया, जिसका नेटवर्क 50 से अधिक देशों में फैला हुआ है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि आतंकी संगठन को पहले ही 16 देशों में प्रतिबंधित किया जा चुका है। एमपी पुलिस प्रवक्ता ने दावा किया कि संगठन भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था को गिराने और इसे शरिया (इस्लामिक कानून शासन) से बदलने का लक्ष्य बना रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि संगठन मध्य प्रदेश में अपने कैडर बनाने और उन्हें हिंसा के लिए उकसाने का काम कर रहा था।
प्रवक्ता ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों में एक जिम ट्रेनर, शिक्षक, ऑटो चालक, दर्जी, कंप्यूटर तकनीशियन, व्यवसायी और सॉफ्टवेयर इंजीनियर शामिल हैं। ये वन क्षेत्रों में गुप्त युद्ध प्रशिक्षण शिविर आयोजित करते थे।
उन्होंने कहा कि उन्हें हैदराबाद के कुशल प्रशिक्षकों से प्रशिक्षण मिला है। इसके अलावा, वे धार्मिक सभाओं में भड़काऊ भाषण देते थे और अधिक युवाओं को जोड़ने के लिए धार्मिक साहित्य वितरित करते थे।
प्रवक्ता ने कहा कि वे कम्यूनिकेशन के नियमित माध्यमों से बचते हैं और बातचीत के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल करते हैं।
उन्होंने कहा कि एचयूटी के इन सदस्यों ने दहशत पैदा करने के लिए भीड़भाड़ वाले इलाकों में हिंसक घटनाएं करने के लिए भारत के बड़े शहरों की पहचान की थी।
पिछले साल, भोपाल से कई लोगों को प्रतिबंधित समूह जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) के साथ कथित संबंधों के लिए गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से जिहादी साहित्य और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए थे।
कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर आईएसआईएस से भी अधिक खतरनाक बताया जाता है। यह संगठन 1952 में यरूशलम में बना था। लंदन में इसका मुख्यालय है। इस संगठन ने 50 देशों में अपना जाल फैला रखा है।
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