मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में एक परिवार ने पुलिस की मार के डर से ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। इस परिवार पर पड़ोसी ने चोरी का इल्जाम लगाया था। इसके बाद पुलिस की पूछताछ से ये लोग इतने दहशत में आए कि ट्रेन से कटकर जान दे दी।
टीकमगढ़. मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में एक परिवार ने पुलिस की मार के डर से ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। इस परिवार पर पड़ोसी ने चोरी का इल्जाम लगाया था। इसके बाद पुलिस की पूछताछ से ये लोग इतने दहशत में आए कि ट्रेन से कटकर जान दे दी। मरने वालों में मां-बाप और बेटी है। हादसे के समय ट्रेन देखकर बेटा भाग निकला, जिससे उसकी जान बच गई। इसे मामल को लेकर मप्र में राजनीति गर्मा गई है।
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में शुक्रवार को एक दंपति और उनकी टीन ऐज बेटी ने चलती ट्रेन के आगे कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। यह घटना आज सुबह जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर खरगापुर रेलवे स्टेशन के पास हुई। पुलिस को संदेह है कि पीड़ितों ने आर्थिक तंगी के कारण अपनी जीवन लीला समाप्त की।
खरगापुर थाने के सब इंस्पेक्टर नितेश जैन ने कहा, 'ऐसा प्रतीत होता है कि टीकमगढ़ के रहने वाले तीनों लोगों ने आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या की। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान लक्ष्मण नामदेव (35), रजनी (32) और उनकी 13 वर्षीय बेटी के रूप में हुई है। जैन ने कहा, "परिवार के पास एक छोटा सा खेत था, जो जाहिर तौर पर उनके लिए जीविकोपार्जन के लिए पर्याप्त नहीं था, लेकिन पुलिस सभी कोणों से घटना की जांच कर रही है।"
पुलिस के अनुसार, इनके साथ एक 12-13 साल का लड़का भी था। वो ट्रेन को देखकर डरकर भाग गया, जिससे उसकी जान बच गई। गांववालों के अनुसार, लक्षमण का बेटा तीन दिन पहले पड़ोस में खेल रहा था। उस समय पड़ोसी रिछारिया परिवार के यहां चोरी हो गई। इनमें लक्ष्मण के बेटे पर चोरी का इल्जाम लगाया गया था। कहा जा रहा है कि FIR के बाद पुलिस की प्रताड़ना डरकर परिवार ने सुसाइड की। चोरी में 20 हजार रुपए नगद और चोने-चांद की ज्वेलरी शामिल थी।
इस मामले को लेकर मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने tweet करते हुए लिखा-टीकमगढ़ जिले के खरगापुर में लक्ष्मण नामदेव ने अपनी पत्नी एवं पुत्री के साथ ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। यह अत्यंत पीड़ादायक घटना है। मैं ईश्वर से सभी मृतकों की आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूं।
साथ ही मैं मुख्यमंत्री के संज्ञान में यह बात लाना चाहता हूं कि मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस प्रताड़ना से पीड़ित होकर इस परिवार ने आत्महत्या की है। दो दिन पहले कटनी में भी एक दलित दंपति ने जहर खा लिया था और महिला की मृत्यु हो गई थी। वहां भी पीड़ित पक्ष ने पुलिस उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
मैं मुख्यमंत्री से निवेदन करता हूं कि सभी मृतकों के परिजनों को समुचित मुआवजा दिया जाए और मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों को दंडित किया जाए।
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