जोशीले अंदाज और अक्सर हिंदू राष्ट्र का सपना देने वाले बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री इंदौर में कथा के दौरान अचानक भावुक होकर रो पड़े। कहने लगे मुझे कोई मार दे इस बात का डर नहीं। लेकिन कोई पाखंडी का आरोप नहीं लगाए। कोई संत पाखंडी नहीं है।
इंदौर (मध्य प्रदेश), भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प लेकर जोशीले अंदाज में भागवत कथा करने वाले बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री अचानक अपने ही दरबार में भावुक हो गए। वह प्रवचन देते-देते रो पड़े। उन्होंने कहा कि लोगों ने मुझ पर साजिश के तहत पाखंडी के आरोप लगाए हैं। मैं ऐलान करता हूं कि अब से किसी के कहने पर कोई चमत्कार नहीं दिखाऊंगा।
'हम पाखंडी हो सकते हैं, हमारे बालाजी पाखंडी नहीं'
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से धीरेंद्र शास्त्री पर आरोप लग रहे हैं कि वह कोई चमत्कार नहीं जानते, व तो सिर्फ पाखंडी है। बस इन्हीं आरोपों का जिक्र करते हुए बागेश्वर सरकार इंदौर में कथा देने के दौरान भावुक हो गए। उन्होंने कहा-हम पाखंडी हो सकते हैं, लेकिन हमारे बालाजी भगवान पाखंडी नहीं है, ना ही कोई संत पाखंडी और ना ही हमारा सनातन धर्म…
हमें कोई भय नहीं, कोई मार भी दे तो...
इतना ही नहीं धीरेंद्र शास्त्री भावुक होते हुए बोले-अब मैं प्रतिज्ञा लेता हूं की कोई चमत्कार नहीं दिखाऊंगा और नहा ही वो अब से किसी को अपनी परीक्षा नहीं लेने देंगे। उन्होंने आगे कहा कि हमें किसी का कोई प्रकार का भय नहीं है कि कोई हमें मार देगा। अगर कोई गाली भी देता है तो डर नहीं। बस हमें तो अपने सनातन धर्म का भय है। कोई उसे बुरा ना कहे।
'हम 4 से 5 साल जिंदा रहे तो दूसरे धर्म वाले भी हरि-हरि बोलने लगेंगे'
दरअसल, बागेश्वर सरकार की भागवत कथा इन दिनों मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में चल रही है। इस कथा में उन्होंने ऐसा कुछ बोल दिया कि वह फिर चर्चा में आ गए। सोमवार को धीरेंद्र शास्त्री ने विवादित बयान देते कहा कि अब तो टोपी वाले भी उनकी राम कथा सुनने आने लगे हैं। हालांकि इस दौरान उन्होंने अपने एक भक्त का नाम कोड किया था। उन्होंने कहा कि अगर हम 4 से 5 साल जिंदा रहे तो दूसरे धर्म वाले भी हरि-हरि बोलने लगेंगे। नहीं बोलेंगे तो हम उनसे बुलवाकर रहेंगे। सोशल मीडिया पर उनका यह वीडियो भी वायरल है।