मध्यप्रदेश के एक संत पिछले 47 महीनों से सिर्फ़ नर्मदा नदी का जल पीकर जीवित हैं, डॉक्टर भी उनके स्वास्थ्य और ऊर्जा के रहस्य से हैरान हैं।
सागर. मध्यप्रदेश के एक संत पिछले 47 महीनों से महज नर्मदा नदी का जल पीकर जिंदा है। वे इसके अलावा कुछ खाते पीते नहीं हैं, ऐसे में डॉक्टर भी हैरान कि आखिर बगैर कुछ खाए पीए उनमें कैसे इतनी उर्जा आ जाती है, इस कारण एम्स के डॉक्टर्स ने भी संत पर रिसर्च कर राज्य शासन को रिपोर्ट भेजी है।
एमपी के संत हैं दादा गुरु महाराज
हम बात कर रहे हैं मां नर्मदा के भक्त दादा गुरु महाराज की, उनका दावा है कि वे पिछले 47 महीने से मां नर्मदा का जल पीकर जिंदा है। वे लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक कर रहे हैं और जब डॉक्टर को यह बात पता चली कि एक संत बिना भोजन के जिंदा हैं, तो वे भी हैरान रह गए और उन्होंने ये जानने के लिए शोध किया कि आखिर कैसे वे सिर्फ पानी के सहारे जिंदा है।
विश्व का पहला इंसान
इस मामले में संत का दावा है कि एम्स के डॉक्टरों ने जो रिपोर्ट राज्य शासन को सौंपी है, उसमें कहा गया है कि यह विश्व के चिकित्सा जगत में पहला मौका है, जब कोई इंसान बगैर अन्न के जिंदा है, डॉक्टर भी हैरान है कि महज पानी पीकर कैसे उन्हें इतनी ऊर्जा मिलती है कि वे सभी काम भी बगैर किसी दिक्कत के कर लेते हैं।
आपको बतादें, दादा गुरु महाराज लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए मध्यप्रदेश के सागर जिले में स्थित एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। वहां पर करीब 1101 पौधारोपण किए गए, इस दौरान दादा गुरु के एक अनुयायी डॉक्टर अनिल तिवारी ने बताया कि एम्स ने करीब 900 पेज का शोध उन पर किया है, लेकिन अंत में सिर्फ एक लाइन लिखी है कि नर्मदा ही सत्य है।
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