मध्य प्रदेश के कूनो में चीतों की लगातार मौत के बीच उमरिया जिले में स्थित 'बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व' में 7 महीने की मादा बाघ शावक संदिग्ध परिस्थितियों में मरी मिली है। आशंका है कि फीमेल टाइगर कब की मौत दूसरे टाइगर से लड़ाई के दौरान हुई है।
उमरिया. मध्य प्रदेश के कूनो में चीतों की लगातार मौत के बीच उमरिया जिले में स्थित 'बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व' में 7 महीने की मादा बाघ शावक संदिग्ध परिस्थितियों में मरी मिली है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सहायक वन संरक्षक (ACF) एफएस निनामा के मुताबिक, आशंका है कि फीमेल टाइगर कब की मौत दूसरे टाइगर से लड़ाई के दौरान हुई है। हालांकि वन विभाग मादा शावक की मौत का जांच कर रहा है।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में फीमेल टाइगर कब की संदिग्ध मौत
(ACF) एफएस निनामा ने 9 अगस्त को मीडिया को बताया कि मृत शावक के शव के पास एक अन्य बाघ के पगमार्क पाए गए हैं। इससे आशंका है कि यह मौत आपसी लड़ाई का नतीजा है। अधिकारियों ने बताया कि घटना की चल रही है। जांच में सहायता के लिए डॉग स्क्वॉड को लाया गया था।
पिछले महीने, मध्य प्रदेश एक बार फिर बाघ राज्य के रूप में उभरा था, जहां 785 बड़ी बिल्लियां(बाघ) निवास करती हैं।
इंटरनेशनल टाइगर डे-29 जुलाई के अवसर पर नेशनल टाइगर कन्जर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) द्वारा जारी नए आंकड़ों के अनुसार-जिसका टाइटल 'भारत में बाघों के सह-शिकारियों और शिकार की स्थिति, 2022' है - राज्य बाघों की सबसे अधिक संख्या की लिस्ट में टॉप पर है। मप्र फिर से टाइगर स्टेट बन गया।
टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में बाघों की संख्या कितनी है?
मध्य प्रदेश इस समय 785 बाघों की आबादी के साथ देश में टॉप पर है। इसके बाद कर्नाटक में 563, उत्तराखंड में 560 और महाराष्ट्र में 444 टाइगर हैं। NTCA की रिपोर्ट में बताया गया कि मध्य प्रदेश में सबसे अधिक टाइगर रिजर्व हैं। यहां 6 टाइगर रिजर्व हैं- कान्हा टाइगर रिजर्व, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, पन्ना टाइगर रिजर्व, पेंच टाइगर रिजर्व, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और संजय-दुबरी टाइगर रिजर्व।
मध्य प्रदेश में टाइगर रिजर्व के भीतर बाघों की सबसे अधिक संख्या बांधवगढ़ (135) में अधिक है। इसके बाद कान्हा (105) और पेंच (77) हैं।
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