उज्जैन से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। जहां गुरुवार सुबह एक घर में चार शव मिले हैं। पुलिस को शुरुआती जांच में यह मामा सुसाइड का केस लग रहा है।
उज्जैन. महाकाल की नगरी उज्जैन से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। जहां एक घर में चार लोगों के शव फंदे से लटके मिले। इस घटना की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस के तमाम आला अधिकारी पहुंचे। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में यह सामूहिक सुसाइड का लग रहा है।
कुछ दिन पहले ही नए घर में हुए थे शिफ्ट
दरअसल, यह चौंकाने वाली घटना उज्जैन के जानकी नगर इलाके की है। जहां गुरूवार सुबह लोग मृत पाए गए हैं। मामले की जांच कर रही जिले के एसपी सचिन शर्मा का कहना है कि शुरूआती तौर पर यह घटना सामूहिक सुसाइड लग रही है। लेकिन बिना जांच पड़तला के कुछ भी कहना सही नहीं होगा। मृतक लोगों के परिवार और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। जिस घर से चारों शव मिले हैं वहां पर यह लोग तीन महीने पहले ही शिफ्ट हुआ था। जिसका किराया करीब 1800 रुपए महीना है।
दोनों शादीशुदा...लेकिन लिव-इन में रहते थे
पुलिस ने बताया कि मृतक लोगों की पहचान कर ली गई है। परिवार किराए से रहता था। मृतक मनोज राठौर अपनी प्रेमिका ममता और उसके दो बच्चों के साथ लिव-इन रहता था। ममता के दोनों बच्चे उसके पहले पति के थे। वहीं मनोज ने भी अपनी पहली पत्नी को छोड़ चुका है। इसके बाद वह ममता के साथ रहने लगा। हालांकि दोनों ने शादी नहीं की थी। वह चार से पांच साल से लिव-इन में रह रहे थे। युवक मंदिर के पास पूजा और फूल सामग्री के सामान का ठेला लगाता था।
कहीं यह तो नहीं परिवार के मरने की वजह
वहीं मृतक मनोज के परिवार और पड़ोसियों के मुताबिक मृतक परिवार पिछले कुछ दिन से आर्थिक रूप से परेशान चल रहे थे। मनोज पर उधार लिया हुआ कर्ज ज्यादा हो गया था। इसलिए उसने ठेला लगाना भी बंद कर दिया था। इसलिए हो सकता है कि दंपत्ति ने कर्ज से परेशान होकर ही यह कदम उठाया हो। मृतकों की सूचना सबसे पहले पुलिस को उनके मकान मालिक आसाराम ने दी थी। क्योंकि गुरूवार सुबह जब मनोज के कमरे से कोई हलचल नहीं हुई तो मकाल मालिक ने आवाज लगाई। लेकिन फिर भी कोई नहीं आया तो उन्होंने दरवाजा खटखटाया। इसके बाद खिड़की से झांककर देखा तो मनोज और ममता के शव फंदे से लटक रहे थे।