Baba Siddique murder: मुंबई में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के मुख्य आरोपी सहित सभी तीन शूटर्स को अरेस्ट कर लिया गया है। नेपाल भागने की फिराक में आखिरी आरोपी शिवकुमार गौतम को यूपी के बहराइच से अरेस्ट किया गया है। पुलिस ने शिवकुमार गौतम के 4 शरणदाताओं को भी अरेस्ट किया है। 12 अक्टूबर को बाबा सिद्दीकी को उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दशहरा के दिन हुए इस हाईप्रोफाइल मर्डर से मुंबई में अंडरवर्ल्ड की वापसी का खौफ लोगों में हो गया था। हालांकि, इस मर्डर का श्रेय देश में कुख्यात गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने ली है।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में वांटेड चल रहे शिव कुमार गौतम को पुलिस काफी दिनों से तलाश रही थी। उसे रविवार को यूपी के बहराइच से अरेस्ट किया गया था। वह नेपाल भागने की फिराक में था। पुलिस ने उसे शरण देने वाले चार लोगों को भी अरेस्ट किया है। यह लोग उसे नेपाल भागने में मदद कर रहे थे। मददगार अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव, अखिलेशेंद्र प्रताप सिंह को पुलिस ने अरेस्ट किया है।
बांद्रा क्षेत्र में शूटर्स ने 12 अक्टूबर को रात साढ़े नौ बजे के करीब बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। शूटर्स ने ताबड़तोड़ उनके सीने में गोलियां उतार दी। यह हत्या उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर की गई थी। इस हत्याकांड में पुलिस ने दो शूटर्स सहित 20 लोगों को पहले ही अरेस्ट किया था। अब तीसरा शूटर भी अरेस्ट हो चुका है।
मुंबई पुलिस ने इस हत्याकांड में तीन शूटर्स की पहचान की थी। शूटर्स में एक हरियाणा का रहने वाला 23 साल का गुरमेल बलजीत सिंह था तो दूसरा यूपी का रहने वाला 19 वर्षीय धर्मराज कश्यप और तीसरा यूपी का ही रहने वाला शिव कुमार गौतम था। पुलिस ने धर्मराज और गुरमेल को पहले ही अरेस्ट कर लिया था।
पुलिस ने बताया कि शिव कुमार तीन शूटरों में से एक है और वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के संपर्क में भी था। गिरोह से सभी निर्देश उसी के जरिए मिलते थे। शिव कुमार ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कथित तौर पर कहा कि हत्या लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के निर्देश पर की थी। अनमोल बिश्नोई का नाम 2022 में पंजाबी गायक-राजनेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या और अप्रैल में मुंबई में अभिनेता सलमान खान के आवास के बाहर गोलीबारी में सामने आया है। वह राष्ट्रीय जांच एजेंसी की मोस्ट वांटेड सूची में है और उसकी गिरफ्तारी पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
यह भी पढ़ें:
बाबा सिद्दीकी की हत्या: राजनीति, बिजनेस प्रतिद्वंद्वी या अंडरवर्ल्ड का खेल?