सार

महाराष्ट्र के नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई में गोली मारकर हत्या। पुलिस कई एंगल से कर रही जांच, अंडरवर्ल्ड कनेक्शन से लेकर राजनीतिक दुश्मनी तक।

Baba Siddique shot dead: महाराष्ट्र के कद्दावर नेता बाबा सिद्दीकी की दशहरा के दिन मुंबई के बांद्रा इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई। विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर शूटर्स ने सरेआम उनको गोलियों से भूनकर बाइक से फरार हो गए। प्रभावशाली पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या से राजनैतिक और बालीवुड में सनसनी फैल गई है। अंडरवर्ल्ड की फिर खूंखार एंट्री ने सरकार और पुलिस भी सकते में है। बालीवुड के चहेते राजनेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जांच कर रही पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है। महाराष्ट्र की राजनीतिक हल्कों से लेकर बालीवुड तक में खासी पैठ रखने वाले बाबा सिद्दीकी की हत्या की आखिर वजहें क्या हो सकती हैं। आइए जानते हैं पुलिस किन-किन बिंदुओं पर कर रही पड़ताल...

अंडरवर्ल्ड में काफी कम समय में फेमस हुआ लॉरेंस बिश्नोई गैंग: लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सलमान खान से काफी समय से अदावत है। वह सलमान खान को मारने के लिए शूटर्स को 25 लाख रुपये की सुपारी देने के अलावा कई बार धमकी भी दे चुका है। कुछ दिनों पहले ही सलमान खान के आवास के पास गोली चली थी। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई भी की थी। सलमान खान और बाबा सिद्दीकी के बीच घनिष्ठता जगजाहिर है। माना जा रहा है कि लॉरेंस बिश्नोई ने बाबा सिद्दीकी को मारकर सलमान खान को एक बार फिर चुनौती दी है। दरअसल, बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी भी लॉरेंस गैंग ने ली है।

कॉन्ट्रैक्ट किलिंग: बाबा सिद्दीकी को मारने वाले शूटर्स का कोई पूर्व का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। पकड़े गए दो शूटर्स में एक यूपी का रहने वाला 19 वर्षीय धर्मराज कश्यप पुणे में मजदूरी करता था। जबकि दूसरा शूटर हरियाणा का रहने वाला 23 साल का गुरमेल बलजीत सिंह है। तीसरे की पहचान यूपी के ही रहने वाले शिव कुमार गौत के रूप में हुई है। शिव और धर्मराज पड़ोसी हैं और बहराइच के हैं। दोनों ही मजदूरी करते थे। इन शूटर्स को सुपारी देने के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ है, यह साफ नहीं है। ऐसे में कांट्रैक्ट किलिंग की सुपारी देने वाला लॉरेंस गैंग है या कोई अन्य बिजनेस राइवल, इस पर भी पुलिस फोकस कर रही।

स्लम रिहैब प्रोजेक्ट्स: मुंबई की मलिन बस्तियों के पुनर्वास के लिए पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी के कई स्लम रिहैब प्रोजेक्ट्स चल रहे थे। करोड़ों रुपये के इन प्रोजेक्ट्स को हासिल करने के लिए उनके बिजनेस प्रतिद्वंद्वी भी शामिल थे। ऐसे में इस हत्याकांड के पीछे कहीं उनका कोई बिजनेस प्रतिद्वंद्वी तो नहीं। स्लम रिहैब प्रोजेक्ट्स इस हत्याकांड की जड़ में तो नहीं। पुलिस इसको भी फोकस में रखकर चल रही है।

निजी दुश्मनी: बाबा सिद्दीकी की वैसे तो किसी के साथ निजी दुश्मनी सामने नहीं आई है। लेकिन बिजनेस और बॉलीवुड का कनेक्शन उनके लिए कई बार परेशानी वाला रहा है। उनका नाम दाऊद इब्राहिम गैंग से भी कई बार जुड़ा। सलमान खान को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से मिल रही धमकी और करीबियों को टारगेट करने की धमकी भी इस ओर इशारा कर रहे कि कहीं सलमान खान से नजदीकियां तो हत्या की वजह नहीं बनी।

राजनैतिक दुश्मनी: बाबा सिद्दीकी एक इंफ्लूएंसर नेता थे। वह खुद तीन बार विधायक रहे तो उनका बेटा भी विधायक है। 48 साल तक कांग्रेस में रहे बाबा सिद्दीकी बीते महीनों एनसीपी अजीत पवार गुट में शामिल हो गए थे। अपने प्रभाव के बल पर वह क्षेत्रीय राजनीति में खासा दखल रखते थे। राजनीति में उनके प्रभाव और आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी चुनौती को खत्म करने के लिए इस हत्याकांड को अंजाम भी दिया जा सकता? पुलिस इस दिशा में भी इन्वेस्टिगेशन पर फोकस कर रही।

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