मीरा रोड की एक सोसायटी में नोटिस के बावजूद ईद के लिए बलि का बकरा लाने पर विवाद हो गया। सोसायटी के दूसरे लोग इसे लेकर भड़क उठे। मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसे-तैसे मामला शांत कराया। यह घटना जेपी इन्फ्रा सोसायटी में हुई।
मुंबई. मीरा रोड की एक सोसायटी में नोटिस के बावजूद ईद के लिए बलि के बकरे लाने पर विवाद हो गया। सोसायटी के दूसरे लोग इसे लेकर भड़क उठे। मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसे-तैसे मामला शांत कराया। यह घटना जेपी इन्फ्रा सोसायटी में हुई। यहां रहने वाली एक मुस्लिम फैमिली सोसायटी के नोटिस को नजरअंदाज करके घर पर ईद के लिए बलि चढ़ाने बकरे लेकर आ गई थी। इसे लेकर सोसायटी के बाकी लोग इकट्टा हो गए और हंगामा कर दिया।
मुंबई की मीरा रोड जेपी सोसायटी में ईद पर बलि के बकरों को लेकर विवाद
जानकारी के अनुसार, जेपी इंफ्रा सोसायटी की एक मुस्लिम फैमिली बकरीद पर कुर्बानी के लिए बकरे खरीदकर लाए थे। उन्हें देखकर सोसायटी के बाकी लोग विरोध पर उतर आए। हालांकि बकरों को सोसायटी में लाने के फैसले पर यहां के निवासी भी बंटे हुए थे। घटना में नाटकीय मोड़ तब आया जब सोसायटी ने एक आफिशियल नोटिस जारी करते हुए साफ किया कि सोसायटी में बलि नहीं चढ़ाई जा सकती है। हालांकि कुछ फैमिली इस फैसले के खिलाफ थीं और मामला बिगड़ गया।
नोटिस जारी होने के बावजूद सोसायटी की लिफ्ट से बकरों को ले जाने पर लोग भड़क उठे। कुछ लोगों ने वहां बकरों की उपस्थिति का समर्थन किया। उनका तर्क था कि उन्हें जानवरों को पालतू जानवर के रूप में रखने की आजादी होनी चाहिए, जब तक कि इससे किसी नियम का उल्लंघन न हो या उनके पड़ोसियों को परेशानी न हो।
मुंबई में बकरीद पर सोसायटी में बकरे लाने का विवाद और हिंदू संगठनों का विरोध
मामला तब और बिगड़ गया, जब वहां हिंदूवादी संगठन बजरंग दल के कार्यकर्ता पहुंच गए। बजरंग दल ने वहां हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। जय श्रीराम क नारे भी लगाए। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को शांत किया।
उधर, मुस्लिम फैमिली की सदस्य यास्मीन ने उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से ईद नहीं मनाने देने के लिए सोसायटी के खिलाफ काशीमिरा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
एक जर्नलिस्ट ने tweet किया कि एक पक्ष का कहना है कि पॉश सोसाइटी में 2 बकरे इसलिए लाए गए थे, क्योंकि सोसाइटी में PET Policy नही थी। सोसाइटी को पत्र लिखकर बकरे लाए थे। उन बकरों की कुर्बानी सोसाइटी में नहीं होनी थी, बकरों को कुर्बानी खाने में ले जाकर कुर्बानी करनी थी। लेकिन सोसायटी के लोगों ने हंगामा कर दिया।
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