महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में पुणे जिले के प्रमुख चुनावी मुकाबले: 21 सीटों के लिए 303 उम्मीदवारों में अजित पवार के भतीजे से लेकर कोथरुड में चंद्रकांत पाटिल के खिलाफ़ शिवसेना की चुनौती तक की दिलचस्प प्रतिद्वंद्विता।
पुणे। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए पुणे जिले में चुनावी गतिविधियां चरम पर हैं, जहां 21 सीटों के लिए कुल 303 उम्मीदवार मैदान में हैं। नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन 179 उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस लिए, जिससे अब प्रमुख मुकाबले सामने आए हैं। इन चुनावों में बारामती सीट सबसे अधिक चर्चा में है, जहां उपमुख्यमंत्री अजित पवार का मुकाबला उनके भतीजे युगेंद्र पवार से हो रहा है, जो NCP (शरद पवार) का प्रतिनिधित्व करते हैं।
पुणे जिले के मुख्य मुकाबले पुणे जिले की कुछ प्रमुख सीटों में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। कोथरुड में वरिष्ठ भाजपा नेता और मंत्री चंद्रकांत पाटिल का सामना शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार और पूर्व विधायक चंद्रकांत मोकाटे से हो रहा है। पार्वती क्षेत्र में मौजूदा भाजपा विधायक माधुरी मिसाल NCP (शरद पवार) उम्मीदवार अश्विनी जगताप और कांग्रेस के बागी उम्मीदवार उल्हास बागुल के खिलाफ मैदान में हैं। बागुल का कहना है, "पार्वती कांग्रेस का गढ़ था और अब मैं इसे फिर से जीतने के लिए चुनाव में उतर रहा हूं।"
कस्बा निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के हेमंत रसाने और कांग्रेस के मौजूदा विधायक रवींद्र धांगेकर के बीच कड़ा मुकाबला है। वडगांव शेरी में एनसीपी विधायक सुनील टिंगरे का सामना NCP (शरद पवार) के बापूसाहेब पठारे से है। शिवाजीनगर सीट पर भाजपा विधायक सिद्धार्थ शिरोले के खिलाफ कांग्रेस ने दत्ता बहिरत को खड़ा किया है, जिनके पास 2019 के चुनाव की हार का बदला लेने का मौका है।
पुणे कैंटोनमेंट और हडपसर क्षेत्रों में भी दिलचस्प समीकरण देखने को मिल रहे हैं। वर्तमान विधायक सुनील कांबले कांग्रेस नेता अविनाश बागवे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं हडपसर में एनसीपी के चेतन तुपे का मुकाबला NCP (शरद पवार) के उम्मीदवार प्रशांत जगताप से हो रहा है। इंदापुर में हर्षवर्धन पाटिल, जिन्होंने हाल ही में भाजपा छोड़कर NCP (शरद पवार) में शामिल हुए हैं और मौजूदा एनसीपी विधायक दत्तात्रेय भरणे के खिलाफ चुनावी रण में हैं।
शिवाजी नगर में ही कांग्रेस के बागी उम्मीदवार बागुल और मनीष आनंद ने अपनी पार्टियों को खुली चुनौती दी है, जिसके कारण कांग्रेस को भीतरी असंतोष का सामना करना पड़ रहा है। व्यावरे ने कहा, "कस्बा में मुझे व्यापक समर्थन प्राप्त है, और मुझे विश्वास है कि लोग मेरे साथ हैं।"
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे, जिनके नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इन मुकाबलों में बागियों की मौजूदगी ने इन चुनावों को और भी दिलचस्प बना दिया है, जहां पुणे जिले की सीटें प्रमुख भूमिका निभा सकती हैं।
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