महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 से पहले महायुति में सीट बंटवारे पर खींचतान के बीच भाजपा ने अनुशासनहीनता के चलते 40 नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया। महायुति ने कोल्हापुर में घोषणापत्र जारी कर राज्य के विकास का विजन पेश किया।
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर महायुति सहयोगियों में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान बढ़ गई है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने के आरोप में 37 विधानसभा क्षेत्रों के अपने 40 नेताओं और पदाधिकारियों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
महाराष्ट्र भाजपा कार्यालय सचिव मुकुल कुलकर्णी द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि इन नेताओं ने पदाधिकारी रहते हुए पार्टी अनुशासन का उल्लंघन किया है। भाजपा द्वारा जारी किए गए नामों में जालना से अशोक पंगारकर, सावंतवाड़ी से विशाल प्रभाकर परब, जलगांव शहर से मयूर कापसे, अमरावती से जगदीश गुप्ता और धुले ग्रामीण से श्रीकांत कार्ले शामिल हैं। इनमें से श्रीकांत कार्ले ने हाल ही में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया है।
यह कदम महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी के नेता बागी उम्मीदवारों को निर्दलीय रूप से नामांकन वापस लेने के लिए मनाने का प्रयास करेंगे। इस बीच महायुति गठबंधन ने कोल्हापुर में आयोजित एक जनसभा में अपना घोषणापत्र जारी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार मौजूद रहे। महायुति के घोषणापत्र में महाराष्ट्र को “अभूतपूर्व समृद्धि और विकास” की दिशा में ले जाने का विजन प्रस्तुत किया गया है।
गौरतलब है कि महायुति गठबंधन में भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे, जबकि 23 नवंबर को मतगणना होगी। पिछली बार 2019 के चुनावों में भाजपा ने 105 सीटें, शिवसेना ने 56 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं। 2014 में भाजपा को 122, शिवसेना को 63 और कांग्रेस को 42 सीटें मिली थीं।
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