महाराष्ट्र के बीड में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत के बाद लगाए गए पोस्टर पर हंगामा मच गया। पोस्टर में माफिया ब्रदर्स को शहीद बताया गया है। विश्व हिंदू परिषद ने इस पोस्टर पर आपत्ति जताते हुए पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई।
मुम्बई। महाराष्ट्र के बीड में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत के बाद लगाए गए पोस्टर पर हंगामा मच गया। पोस्टर में माफिया ब्रदर्स को शहीद बताया गया है। पोस्टर को जिसने देखा वही दंग रह गया। शहर में हंगामा शुरु हो गया। विश्व हिंदू परिषद ने पोस्टर पर आपत्ति जताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने केस दर्ज करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। विवादित पोस्टर भी हटाया गया है।
माजलगांव में लगाए गए पोस्टर
माजलगांव में लगाए गए पोस्टर में माफिया ब्रदर्स को शहीद बताया गया है। ऐसे पोस्टर लगाए जाने की खबर वायरल हो गई थी। इसको लेकर शहर में विवाद शुरु हो गया। विवादित पोस्टर के विरोध में विहिप कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। यह जानकारी मिलते ही पुलिस भी हरकत में आई और तुरंत एक्शन लिया। विहिप नेता की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ 293, 294 और 153 के तहत केस दर्ज कर लिया गया। विवादित पोस्टर भी हटाया गया। बताया जा रहा है कि जिन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वह मुस्लिम कट्टरपंथी हैं। फिलहाल, गैंगस्टर अतीक-अशरफ गैंग से उनके संबंध सामने नहीं आए हैं। पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है।
ये है मामला
आपको बता दें कि उमेश हत्याकांड का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। पूरे देश ने यह सनसनीखेज मर्डर देखा। उसी केस में पुलिस ने माफिया ब्रदर्स को रिमांड पर लिया था और पूछताछ के बाद दोनों को मेडिकल के लिए प्रयागराज के काल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था। उसी दौरान मीडिया से बात करते वक्त तीन बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर दोनों की हत्या कर दी। इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले सनी, लवलेश तिवारी और अरूण को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार भी किया था।