भूलने की बीमार से ग्रस्त अपने NRI पिता को ढूढ़ने एक बेटी ने मानो जमीन-आसमान एक कर दिया। पुलिस ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। आखिरकार 12 दिन की मेहनत के बाद जब पिता मिला, तो बेटी गले लगकर फूट-फूटकर रो पड़ी। पढ़िए आखिर हुआ क्या था?
मुंबई. भूलने की बीमार से ग्रस्त अपने NRI पिता को ढूढ़ने एक बेटी ने मानो जमीन-आसमान एक कर दिया। पुलिस ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। आखिरकार 12 दिन की मेहनत के बाद जब पिता मिला, तो बेटी गले लगकर फूट-फूटकर रो पड़ी। पढ़िए आखिर हुआ क्या था?
1. मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लापता हुए 69 वर्षीय अनिवासी भारतीय( Non-Resident Indian) को 12 दिनों की कोशिशों के बाद मुंबई एक उपनगर में ढूंढ़ निकाला गया। उसे मिलवाने में दो अलर्ट सिटीजन की बड़ी भूमिका रही। सोमवार को पुलिस ने यह जानकारी दी।
2. अप्रवासी भारतीय(NRI) धर्मलिंगम पिल्लई मेमोरी लॉस(memory loss) से पीड़ित हैं। वे दक्षिण अफ्रीका में रहते हैं। पिल्लई 30 जनवरी को उस वक्त लापता हो गए थे, जब वह अपनी बेटी के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से डरबन के लिए फ्लाइट पकड़ने पहुंचे थे।
3.पिल्लई, एक रिटायर्ड क्लर्क हैं। वे अपनी बेटी के बर्थडे को मनाने अपने रूट्स यानी भारत आए थे। उनकी बेटी वहां लॉजिस्टिक फील्ड में एक सीनियर पोस्ट पर कार्यकरत है।
4. एक अधिकारी ने कहा कि पिल्लई के दादा दक्षिण अफ्रीका गए थे और तब से परिवार डरबन में बस गया था।
5.31 जनवरी को सहार पुलिस स्टेशन में मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसके बाद पिल्लई की तस्वीर और अन्य जानकारी वाले लगभग 7,000 हैंडबिल और पोस्टर छपवाए गए। शहर में उनकी बेटी और मुंबई में दक्षिण अफ्रीकी महावाणिज्य दूतावास(South African Consulate General) के कार्यालय की मदद से वितरित किए गए।
6. शहर की पुलिस ने भी पिल्लई के बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी जानकारी शेयर की थी।
7. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पिल्लई के मामले की जांच लिए कई पुलिस टीमों का गठन किया गया था।पिल्लई की तलाश के लिए विभिन्न स्थानों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई।
8.सोशल मीडिया और न्यूज आर्टिकल्स के माध्यम से लापता एनआरआई के बारे में जानने वाले दो नागरिकों ने रविवार को उपनगरीय खार में 14 वीं रोड पर पिल्लई को भटकते हुए देखा। उन्होंने उससे पूछताछ की और फिर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित किया।
9. पुलिस ने एक टीम को वहां भेजा गया और पिल्लई की बेटी के साथ भी जानकारी शेयर की गई। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद पिल्लई को सहार पुलिस थाने लाया गया और रविवार शाम को उसकी बेटी से मिलवाया गया। उन्होंने कहा, "यह सभी के लिए एक इमोशनल मोमेंट था।"
10.पुलिस अधिकारी ने कहा, "मुंबईकरों के बीच जागरुकता ने पिल्लई का पता लगाने में मदद की और यह पुलिस और नागरिकों के एक साथ काम करने का एक उदाहरण है।" एनआरआई का पता लगाने के लिए सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर संजय गोविलकर और सब इंस्पेक्टर सुशांत बावाचकर और सुनील वागरे की टीमें शामिल थीं।
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