महाराष्ट्र के ठाणे जिले में घरीवली नामक एक छोटा-सा गांव है। घरीवली में लगभग हर पांच में से एक परिवार में एक डॉक्टर है। यानी अब तक इस गांव ने 20 से अधिक डॉक्टर दिए हैं।
ठाणे. महाराष्ट्र के ठाणे जिले में घरीवली नामक एक छोटा-सा गांव है। गांव में महज 1,000 से अधिक लोगों के घर होंगे, लेकिन यह गांव मीडिया की सुर्खियों में हैं। घरीवली में लगभग हर पांच में से एक परिवार में एक डॉक्टर है। यानी अब तक इस गांव ने 20 से अधिक डॉक्टर दिए हैं।
सक्सेस स्टोरी, महाराष्ट्र के ठाणे जिले के घरीवली गांव के हर पांचवें घर में डॉक्टर, पढ़िए 10 इंटरेस्टिंग फैक्ट्स
1. घरीवली में इतने डॉक्टर कैसे? इसकी कहानी शुरू होती है संजय पाटिल से। संजय पाटिल 2000 में एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने वाले गांव के पहले व्यक्ति बने।
2. डॉ. संजय पाटिल की इस उपलब्धि ने गांव के अन्य युवाओं को मेडिकल फील्ड में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इस तरह घरीवली से और भी युवा डॉक्टर बनते गए।
3. घरीवली गांव में शिक्षा की मजबूत परंपरा है। यहां के लोग शिक्षा को महत्व देते हैं। वे हमेशा यही कोशिश करते हैं कि उनके बच्चे पढ़-लिखकर कुछ बनें।
4. गांव वाले बताते हैं कि उनके यहां रोजगार के अन्य अवसर सीमित संख्या में हैं। क्षेत्र में कोई बड़ा उद्योग भी नहीं है, इसलिए युवाओं को अच्छा करियर बनान के लिए गांव से बाहर जाना पड़ता है।
5.गांववाले मानते हैं कि चिकित्सा एक ऐसा पेशा है, जो अच्छी नौकरी की सुरक्षा और अच्छी इनकम प्रदान करता है, इसलिए यह घरीवली के कई युवाओं के लिए एक आकर्षक विकल्प है।
6.घरीवली के डॉक्टर सिर्फ पैसा कमाने डॉक्टर नहीं बने हैं, वे अपने समुदाय के गरीबों और जरूरतमंदों को मुफ्त चिकित्सा देखभाल भी मुहैया करा रहे हैं। गांव में चिकित्सा बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए भी काम कर रहे हैं।
7.घरीवली गांव में सामुदायिकता की गहरी भावना देखने को मिलती है। गांव के लोग एक-दूसरे की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
8. गांव में शिक्षा को लेकर काफी जागरुकता है। ग्रामीणों का मानना है कि शिक्षा बेहतर भविष्य की कुंजी है, और वे अपने बच्चों की शिक्षा में निवेश करने को तैयार हैं।
9. गांव के युवाओं ने प्रतिभाशाली और पढ़ने के इच्छुक युवाओं का एक ग्रुप बना रखा है। इसके जरिये वे करियर को लेकर भी गाइड करते हैं।
10. घरीवली गांव के युवाओं ने गांव में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे एक-दूसरे को पढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।
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