कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के करीबी पापलप्रीत सिंह(Papalpreet Singh) की अमृतसर जिले से गिरफ्तारी के बाद नए खुलासे हो रहे हैं। पापलप्रीत का कहना है कि वो अमृतपाल के संपर्क में नहीं है, लेकिन कहा है कि अमृतपाल पंजाब में हो सकता।
चंडीगढ़. कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह(Radical preacher Amritpal Singh) के करीबी पापलप्रीत सिंह(Papalpreet Singh was nabbed in Amritsar) की अमृतसर जिले से गिरफ्तारी के बाद नए खुलासे हो रहे हैं। पापलप्रीत सिंह को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून(National Security Act) के तहत हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी थी। पापलप्रीत का कहना है कि वो अमृतपाल के संपर्क में नहीं है, लेकिन कहा है कि अमृतपाल पंजाब में हो सकता है।
पापलप्रीत सिंह को 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल सिंह का दाहिना हाथ माना जाता है। 42 वर्षीय पापलप्रीत 2022 से अमृतपाल के साथ है। तब अमृतपाल दुबई से लौटा था। पापलप्रीत ने कबूला कि उसने हरियाणा और पंजाब लौटने से पहले पटियाला, दिल्ली और पीलीभीत सहित विभिन्न स्थानों की यात्रा की थी। उसने कारों और बसों का इस्तेमाल किया।
पापलप्रीत सिंह कई तस्वीरों में अमृतपाल सिंह के साथ नजर आया था, तब से पंजाब पुलिस उसे खोज रही थी। पटियाला में बलबीर कौर और शाहबाद में बलजीत कौर और पापलप्रीत के पुराने रिश्ते हैं। इन लोगों ने अमृतपाल की मदद की थी। दिल्ली में कुलविंदर कौर भी पापलप्रीत को पहले से जानती थी। ये दोनों पीलीभीत में एक सिख उपदेशक जोगा सिंह के संपर्क में भी थे।
चंडीगढ़ में मीडिया से चर्चा में पंजाब पुलिस के आईजी (हेडक्वार्टर) सुखचैन सिंह गिल ने कहा था, 'वह (पापलप्रीत) अमृतपाल सिंह का मुख्य सहयोगी है। उसे अमृतसर के कथूनंगल इलाके से गिरफ्तार किया गया है।"
पापलप्रीत को अमृतपाल का मेंटर माना जाता है। वह कथित तौर पर पाकिस्तान की ISI के संपर्क में रहा है। पुलिस 18 मार्च से अमृतपाल और पापलप्रीत को पकड़ने के लिए होशियारपुर सहित कई जगहों पर तलाशी ले रही थी, तब से दोनों सुरक्षाकर्मियों को धोखा दे रहे थे।
पापलप्रीत की गिरफ्तारी एक CCTV फुटेज के सोशल मीडिया पर वायरल होने के कुछ दिनों बाद हुई है, जिसमें उसे होशियारपुर के एक गांव में 'डेरा' (धार्मिक जमाव के लिए जगह) में देखा गया था। यह फुटेज 29 मार्च का बताया जा रहा है, जिसके एक दिन बाद काउंटर इंटेलिजेंस विंग की एक टीम ने फगवाड़ा से होशियारपुर तक एक इनोवा कार का पीछा किया था, जब पुलिस को संदेह था कि भगोड़ा और उसके सहयोगी उस वाहन में हो सकते हैं।
फुटेज में दिख रहा 'डेरा' तनौली गांव में है, जो होशियारपुर के मरनियां गांव से महज दो से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जहां पुलिस ने संदिग्धों की तलाश में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया था। माना जा रहा है कि पुलिस की गाड़ी का पीछा करने के बाद होशियारपुर में पापलप्रीत और अमृतपाल दोनों अलग हो गए होंगे।
अमृतपाल सिंह को देश की निगरानी सूची में डाले जाने के कुछ दिनों बाद नेपाल भी अलर्ट ह। नेपाल पुलिस के प्रवक्ता पोशराज पोखराज पोखरेल ने कहा, “हमें अमृतपाल के नेपाल में प्रवेश के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। फिर भी नेपाल पुलिस अलर्ट पर है।”
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