राजस्थान पुलिस ने अजमेर से दो ऐसे भाई-बहन को पकड़ा है, जो कि अवैध तरीके से बांग्लादेश की बॉर्डर पर करे पहुंचे हैं। दोनों से पूछताछ में चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। वह यहां पर काफी समय से कपड़ों का कारोबार कर रहे थे।
जयपुर. राजस्थान के अजमेर में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पूरे देश ही नहीं दुनिया भर में फेमस है । प्रधानमंत्री तक यहां पर चादर चढ़ाते हैं। इसी बाजार से सीआईडी और अजमेर पुलिस ने मिलकर महमूदा और नाहिद नाम के युवती और युवक को गिरफ्तार किया है। दोनों खुद को बहन भाई बताया है और अब दोनों को अलवर स्थित डिटेंशन सेंटर में भेज दिया गया है। वहां उनसे पूछताछ की जा रही है । प्रारंभिक पूछताछ में चौकाने वाले खुलासे हुए हैं । उनके पास से 24 परगना पश्चिम बंगाल की आईडी मिली है और दोनों दो महीने पहले अजमेर पहुंचे हैं । यहां पर वे कपड़े का कारोबार कर रहे हैं।
बॉर्डर पार करके अवैध तरीके से राजस्थान पहुंचे
प्रारंभिक जानकारी में खुलासा हुआ है कि दोनों बांग्लादेश के रहने वाले हैं और महमूदा पहले भी पासपोर्ट वीजा लेकर बांग्लादेश से राजस्थान आ चुकी है। लेकिन करीब 2 महीने पहले दोनों बॉर्डर पार करके अवैध तरीके से राजस्थान में पहुंचे और वहां से दोनों अजमेर आ गए । अजमेर में दोनों ने कपड़े का कारोबार शुरू कर दिया , जो की नला बाजार में एक दुकान लेकर शुरू किया गया है। नला बाजार ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के पास स्थित बड़ा बाजार है और वहां पर दुनिया भर के लोग खरीदारी करने के लिए आते हैं।
पाकिस्तान और बांग्लादेश की बॉर्डर पार
प्रारंभिक पूछताछ में यह भी सामने आया बॉर्डर पर से अक्सर पाकिस्तान और बांग्लादेश के लोग भारत की सरहद में एंट्री करते हैं । अवैध तरीके से वह करीब 15 से ₹25000 तक एंट्री करने के लिए देते हैं और उन्हें चोर रास्तों से सरहद पार कराई जाती है। कई बार बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स उन्हें अरेस्ट कर लेती है और कई बार वे अपने मकसद में कामयाब हो जाते हैं ।
सुरक्षा एजेंसी कर रहीं पूछताछ
बहन और भाई को अब अलवर के डिटेंशन सेंटर में भेजा गया है। वहां पर बांग्लादेशी और पाकिस्तान जावेद तरीके से भारत में घुसते हैं उन्हें रखा जाता है। उनसे सीआईडी और अन्य सुरक्षा एजेंसी या पूछताछ कर रही है।