15 अगस्त को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस योजना की शुरूआत की थी। राजस्थान में अन्नपूर्णा फूड पैकेट वितरण का काम सरकारी राशन की दुकानों से किया जा रहा है। लेकिन गहलोत के जिले जोधपुर में इस योजना को बंद कर दिया गया।
जयपुर. चुनावी साल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक के बाद एक नई घोषणाएं कर रहे हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अन्नपूर्णा फूड फैक्ट्री योजना शुरू की थी। लेकिन अब राजस्थान के बाड़मेर जिले में लगातार मिल रही शिकायतों के बाद इस योजना को बंद कर दिया गया है। योजना के तहत मिल रही फूड पैकेट के सैंपल को जांच के लिए लेबोरेटरी में भेजा गया है।
मिर्ची के पैकेट को खोलकर देखा तो दंग रह गए
दरअसल, जिला प्रशासन के पास दो वीडियो सोशल मीडिया के जरिए आए। जिनमें एक वीडियो में जिले की ही धनाऊ तहसील इलाके की थी। वीडियो में दो युवक आसपास खड़े थे। जो मिर्ची के पैकेट को खोलकर दिख रहे थे कि मिर्ची का रंग देखो कैसा है। इस वीडियो में दोनों में से एक शख्स ने बाड़मेर के धनाऊ का नाम भी लिया है। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया है।
जोधपुर में फूड पैकेट वितरण पर रोक
अब जिला प्रशासन की ओर से इस पर जांच भी शुरू कर दी गई है। प्राथमिक स्तर की जांच में सामने आया है कि मिर्ची पाउडर का रंग बेहद हल्का है हालांकि यह मिर्च ही है। फिलहाल सैंपल को जोधपुर में जांच के लिए भेजा गया है। अधिकारियों की मानें तो यदि क्वालिटी में कोई फर्क आता है या फिर टेंडर लेने वाली फिर में कोई गड़बड़ी करती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी फिलहाल जब तक जांच पूरी नहीं होती है तब तक फूड पैकेट वितरण पर रोक लगा दी गई है।
15 अगस्त को मुख्यमंत्री गहलोत ने की थी शुरूआत
आपको बता दें कि हाल ही में 15 अगस्त को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस योजना की शुरूआत की थी। राजस्थान में अन्नपूर्णा फूड पैकेट वितरण का काम सरकारी राशन की दुकानों से किया जा रहा है। सरकार इस फूड पैकेट में प्रति एनएफएसए कार्ड धारक को 1 किलो दाल, 1 किलो चीनी, 1 किलो नमक, 1 लीटर फूड ऑयल,100 ग्राम मिर्ची और 100 ग्राम धनिया पाउडर, 50 ग्राम हल्दी दे रही है।
देखिए बंद हुई योजना का वीडियो