राजस्थान के भीलवाड़ा में रहने वाली स्मृति चौधरी को अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का न्यौता आया है। वे अपने पति के साथ इस भव्य आयोजन में शामिल होंगी। उन्होंने अयोध्या जाने की तैयारी शुरू कर दी है।
बांसवाड़ा. राजस्थान की बहू और बिहार की बेटी को 22 जनवरी को आयोध्या में होने वाले श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का बुलावा आया है। इस भव्य आयोजन में जहां अच्छे अच्छे रईस को आने का न्योता नहीं मिला, वहीं सामान्य परिवार में रहने वाली महिला को जब न्योता मिला तो वह हैरान रह गई। आईये जानते हैं आखिर क्यों उन्हें इस भव्य आयोजन में शामिल किया जा रहा है।
बुलावा आया तो आंखें हो गई नम
राजस्थान के छोटे से शहर बांसवाड़ा में रहने वाली स्मृति चौधरी के पास पिछले सप्ताह कुछ लोग आए और उन्हें अयोध्या में रामलला के स्वागत के लिए आमंत्रित किया। एक बार तो पूरा परिवार अचंभित रह गया, लेकिन बाद में जब पता चला कि इस न्योते का कारण राम जन्मभूमि ही है तो परिवार की आंखें नम हो गई।
बिहार की बेटी है स्मृति चौधरी
स्मृति चौधरी मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरनगर की रहने वाली है। कुछ साल पहले उनकी शादी बांसवाड़ा जिले में हुई है। स्मृति ने बताया कि साल 1990 में श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में उनके पिता शामिल थे और उनकी भी मृत्यु हो गई थी। उस समय स्मृति सिर्फ 2 साल की थी। स्मृति के पिता संजय कुमार की मौत की सूचना जब घर पहुंची तो घर में सन्नाटा छा गया था। उन पर अयोध्या के हनुमानगढ़ी क्षेत्र में हमला हुआ था।
अयोध्या जाने की खुशी
स्मृति बताती है कि उनकी और उनकी बहन की परवरिश मां ने बहुत कष्टपूर्वक की। परिवार और समाज का साथ जरूर मिला लेकिन पिता मौजूद नहीं थे। अब श्रीराम जन्मभूमि से यह न्योता मिला है। यह फक्र की बात है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें शामिल होने के लिए पिता ही साथ नहीं है। स्मृति और उनके पति अब राम मंदिर में होने वाले इस भव्य आयोजन में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। इस न्योते से पूरा परिवार खुश है।