राजस्थान के बारां जिले में एक पुलिस वाले को हर कोई सलाम कर रहा है। क्योंकि उसने एक युवक की जान बचा ली। यानि वो उसे मौत के मुंह से निकाल लाया। बड़े-बड़े अफसर तक उसकी तारीफ कर बधाई दे रहे हैं।
बारां. आपने राजस्थान पुलिस को हमेशा ड्यूटी में सख्त रवैया अपनाते हुए ही देखा होगा या फिर लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था कायम करवाते हुए लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि राजस्थान पुलिस की वजह से किसी युवक की जान बच जाए। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के बारां जिले से सामने आया है। जहां यदि एक आरपीएस अधिकारी नहीं होता तो एक युवक की जान चली जाती।
अचानक हार्ट अटैक और वो जमीन पर गिर गया...
बारां जिले में भी अन्य जिलों की तरह यहां भी जलझूलनी एकादशी के मौके पर जुलूस निकाला जा रहा था। जिसमें हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। इसी बीच अचानक धर्मादा चौराहे पर एक 25 साल के युवक को अचानक हार्ट अटैक आ गया और वह हार्ट अटैक आने के बाद वहीं गिर गया।
पुलिस अफसर ने सीपीआर देकर बचाई जान
जैसे ही युवक वहां गिरा तो आसपास काफी लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस जुलूस में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आरपीएस ऑफिसर राजेंद्र कुमार मीणा भी साथ चल रहे थे। जैसे ही उन्हें पता चला कि युवक को हार्ट अटैक आ गया है उन्होंने तुरंत युवक के पास आकर उसे सीपीआर देना शुरू कर दिया। करीब 2 से 3 मिनट तक युवक को सीपीआर देने के बाद उसकी नब्ज दोबारा चलने लग गई। फिर युवक को अस्पताल ले जाया गया जहां उसका इलाज जारी है।
बड़े-बड़े अधिकारी दे रहे पुलिसवाले को बधाई
आपको बता दे कि आरपीएस राजेंद्र कुमार मीणा के इस काम के लिए उन्हें डीजीपी उमेश मिश्रा ने भी बधाई दी है। पुलिस उन्हें राज्य स्तरीय प्रोग्राम में सम्मानित भी करेगी। चिकित्सा विशेषज्ञों की माने तो यदि ऐसी स्थिति होती है तो यदि पीड़ित को 4 से 5 मिनट में सीपीआर दे दिया जाता है तो उसके बचने के चांस ज्यादा होते हैं।