राजस्थान के बाड़मेर से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां मां ने पहले चार बच्चों की हत्या की, इसके बाद फांसी के फंदे पर लटक जान दे दी। दुखद इस बात का है कि वह 6 महीने की गर्भवती थी, एक मासूम को कोख में ही मार डाला।
बाड़मेर. राजस्थान का बाड़मेर जिला जहां अक्सर ग्रुप सुसाइड और ग्रुप मर्डर के केस सामने आते हैं , एक बार फिर से चर्चा में है। देर रात एक मां ने अपने हाथों से अपने 4 बच्चों की जान ले ली। चारों बच्चों को इतनी दर्दनाक मौत दी कि कोई सोच भी नहीं सकता । मां ने 8 साल से लेकर 2 साल तक के बच्चों को अनाज से भरे हुए बक्सों में दबा दिया, वे छटपटाते रहे लेकिन मां उनको मौत देकर ही मानी। बाद में खुद ने भी सुसाइड कर लिया। वह करीब 6 महीने की गर्भवती थी।
बाड़मेर पुलिस समझ रही थी सुसाइड केस...लेकिन एक-एक करके निकली तीन लाशें
देर रात जब इसकी सूचना पुलिस को लगी तो पुलिस वालों ने फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया । पुलिस को पहले लगा की एक ही सुसाइड का केस है, लेकिन बाद में जब घर की तलाशी ली गई तो वहां से लाशें निकलना शुरू हो गई । बाड़मेर जिले की मंडली थाना इलाके के बनिया वास गांव का यह पूरा मामला है। पुलिस हर पहलू की जांच पड़ताल कर रही है।
मां फंदे से लटकी मिली तो बच्चों को बक्सों में ठूंस दिया था
मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 27 साल की उर्मिला ने इस खौफनाक घटना को अंजाम दिया है। उसका पति जेठाराम जोधपुर के बालेसर में पत्थर की खदान में काम करता है और वह खदान में ही था। स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि कल शाम से ही ना तो उर्मिला और ना ही उसके बच्चे उसके घर से बाहर निकले । लोगों ने सोचा कि परिवार अंदर आराम कर रहा होगा, लेकिन जब रात तक यही सिलसिला जारी रहा तो आसपास के लोगों ने अंदर जाकर जांच पड़ताल की । वहां जाकर देखा तो प्रियंका फंदे से लटकी हुई थी । बच्चों को तलाशा गया तो पता चला कि बच्चों को अनाज के बक्सों में ठूंस दिया गया था।
खबर लगते ही पति जोधपुर से बाड़मेर पहुंचा
इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। पुलिस अधिकारियों ने देर रात सभी लाशों को बाहर निकलवाया और मुर्दाघर में रखा गया है। इस घटना के बाद आज सवेरे उर्मिला का पति जोधपुर से बाड़मेर पहुंचा है। फिलहाल पति-पत्नी के बीच हुई अनबन के कारण ही यह पूरा घटनाक्रम होना सामने आ रहा है ।
पत्थर दिल मां ने एक को कोख में तो चार को मरने से पहले मार
मंडली थाने के थाना अधिकारी कमलेश कुमार ने बताया कि उर्मिला जोधपुर की रहने वाली थी। उसकी शादी 2014 में जेठाराम से हुई थी । शादी के कुछ महीनों के बाद भावना, विक्रम ,विमला और फिर मनीषा का जन्म हुआ । उर्मिला 6 महीने की गर्भवती थी। भावना 8 साल , विक्रम 5 साल , विमला 3 साल और मनीषा 2 साल की थी। सभी की लाशें बरामद की गई है । दम घुटने से मौत होने की जानकारी सामने आई है।
पुलिस ने सभी लाशों को बाड़मेर में जिला अस्पताल रखा
फॉरेंसिक टीम हर पहलू की जांच पड़ताल कर रही है ,लेकिन प्रारंभिक जांच में यही सामने आ रहा है कि मां ने अपने बच्चों को मौत दे दी और उसके बाद खुद भी जान दे दी । पुलिस ने सभी लाशों को बाड़मेर में जिला अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है। जोधपुर से प्रियंका का परिवार रवाना हो चुका है। उनके आने के बाद लाशों का पोस्टमार्टम किया जाएगा। फिलहाल जेठाराम को पुलिस की निगरानी में रखा गया है।