बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर जिले में जल जीवन मिशन के तहत विकास कार्यों की वास्तविकता का पर्दाफाश उस समय हुआ, जब जिला कलेक्टर टीना डाबी की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने ग्रामीणों से सीधे फोन पर बात की। यह घटना मंगलवार को हुई, जब अधिकारियों ने दावा किया कि अर्जुन का तला और आसपास के गांवों में छह महीने पहले पानी की आपूर्ति शुरू हो चुकी है।
बैठक में सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने अर्जुन का तला गांव के निवासियों से फोन पर संपर्क किया। ग्रामीणों ने बताया कि भले ही पाइपलाइन बिछाई गई हो और कनेक्शन दिए गए हों, लेकिन पानी अब तक गांव में नहीं पहुंचा है। इसके चलते लोग अभी भी पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि अधिकारियों को कई बार शिकायत की गई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ।
बैठक के दौरान हुई बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। इस बैठक में सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल के साथ जिला कलेक्टर टीना डाबी और शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी भी मौजूद थे। इस घटना ने अधिकारियों की लापरवाही को उजागर कर दिया और बैठक में उपस्थित सभी लोग असहज नजर आए। शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी के क्षेत्र अर्जुन का तला गांव की स्थिति ने अधिकारियों के दावों पर सवाल खड़े कर दिए। जल जीवन मिशन के तहत इस गांव में पेयजल आपूर्ति के काम को पूरा बताया गया था। लेकिन ग्रामीणों के बयान ने साफ कर दिया कि धरातल पर हालात कुछ और ही हैं।
सांसद बेनीवाल ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि पानी की सप्लाई जल्द से जल्द सुनिश्चित की जाए। जिला कलेक्टर टीना डाबी ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई का भरोसा दिलाया। दरअसल कलेक्टर को उनके कार्मिकों ने ये बताया था कि पानी की सप्लाई सही तरीके से चल रही है, लेकिन सांसद के एक कॉल ने भरी बैठक में सारी पोल खोलकर रख दी।