राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में एक परिवार में आपसी स्नेह की वजह से तीन सदस्यों की मौत एक दिन के अंदर हो गई। उप सरपंच सत्यनारायण सोनी की खेत में काम करते समय मौत के बाद उनकी पत्नी और बेटे की भी मौत हो गई। पूरा मामला बडलियावास थाना इलाके का है।
भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में रहने वाले इस परिवार में आपस में इतना स्नेह था कि एक की मौत के बाद परिवार के दो अन्य सदस्यों ने भी दम तोड़ दिया। मुखिया की मौत के बाद पत्नी की तबियत बिगड़ी, मां को संभालते हुए बेटा भी सदमे में आ गया और उसने भी दम तोड़ दिया। मामला भीलवाड़ा जिले के बडलियावास थाना इलाके का है। परिवार के लोग तीनों का एक साथ अंतिम संस्कार करने की तैयारी कर रहे हैं।
खेत पर काम करते हुए बीमार हुए थे पिता, अस्पताल में मौत
पुलिस ने बताया कि कस्बे में रहने वाले उप सरपंच सत्यनारायण सोनी कल शाम अपने खेत में काम कर रहे थे। इस दौरान उनकी तबियत बिगडी और वे बेहोश हो गए। परिवार ने अस्पताल में भर्ती कराया तो देर रात अस्पताल में मौत हो गई। इस दौरान पत्नी ममता को इसकी जानकारी नहीं दी गई। आज सवेरे जब ममता को परिवार के ही किसी सदस्य से जानकारी मिली तो ममता भी बीमार हो गई और उनको अस्पताल ले जाया गया। ममता ने भी दम तोड़ दिया। माता और पिता की मौत से दुखी 19 साल के बेटे आशुतोष ने भी अस्पताल में प्राण त्याग दिए। पुलिस ने कहा कि तीनों की मौत के बाद अब पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। मौत कैसे हुई, फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा।
परिवार के सदस्यों ने कहा पत्नी को सदमा लगा, बेटा भी निढाल हुआ
सत्यनारायण सोनी के भतीजे सुनील सोनी ने बताया कि चाचा खेत पर मक्का की बुआई कर रहे थे। उनकी तबियत बिगडने के बाद चाची और भाई की भी तबियत खराब हो गई। हम एक के बाद एक सभी को अस्पताल ले जाते रहे। पता नहीं था कि तीनों ही वापस नहीं लौटेंगे। 19 साल के आशुतोष तो किसी भी तरह की कोई बीमारी भी नहीं थी। ना ही चाचा और चाची को कोई पुरानी बीमारी थी।
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