राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में शनिवार देर रात बड़ा हादसा हो गया। एक पूरा परिवार सुकून की नींद में सोया था। लेकिन आधी रात को मकान भर-भराकर गिर गया और लोग नींद में ही मिट्टी के मलबे में दब गए।
भीलवाड़ा. हैरान करने वाली यह खबर राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से है। एक पल की भी देरी होती तो पूरा परिवार ही अस्पताल में भर्ती होता और उनमें से कईयों की मौत हो चुकी होती। मामला भीलवाड़ा जिले के बड़लियास थाना इलाके का है। देर रात करीब दो बजे यहां एक मकान गिरा है। उसके नीचे मां और दो बेटियां दब गई। मां और एक बेटी की जान जा चुकी है, दूसरी बेटी बेहद ही गंभीर है।
पत्नी-बेटी की मौत...पिता की ऐसे बच गई जान
पुलिस ने बताया कि मकान भैरूसिंह का है। कल रात भैरूसिंह, पत्नी राधा, तेरह साल की बेटी सपना और आठ साल की बेटी गुन्नू ने खाना खाया था। उसके बाद परिवार घर में बने बड़े कमरे में सो रहा था। रात करीब एक बजे के आसपास लाइट जली गई। इस पर भैरू सिंह की आंख खुल गई। उसने हाथ के पंखे से कुछ देर हवा की और जब नींद नहीं आई तो खाट लेकर घर के बाहर आंगन में सोने के लिए आ गया।
आंगन में आया पिता और भर-भराकर गिर गया मकान
कमरे से बाहर आकर भैरू सिंह बस खाट पर बैठा ही था कि इसी दौरान तेज आवास से मकान का एक हिस्सा नीचे गिर गया। परिवार पर भारी भरकम पट्टियां और मलबा आ गिरा। पत्नी और दोनो बेटियां मलबे के नीचे दब गई। आवाज सुनकर आसपास रहने वाले लोग भी वहां आ गए। पुलिस को भी सूचना दी।
हादसे ने पूरे इलाके में मचाया कोहराम
सभी ने मिलकर एक घंटे की मशक्कत की और उसके बाद तीनों को मलबे से बाहर निकाला। लेकिन तब तब राधा और बड़ी बेटी सपना की मौत हो चुकी थी। गुन्नू को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिवार में कोहराम मचा हुआ है। आज सवेरे दोनो शव पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को सौंप दिए गए हैं।