एक बार फिरक देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वायरस ने राजस्थान में दस्तक देते हुए भीलवाड़ा में एक युवक मौत हो गई। मृतक की पहचान जिले के सबसे बड़े अस्पताल महात्मा गांधी अस्पताल के सीनियर नर्सिंग स्टाफ के रुप में हुई है।
भीलवाड़ा (राजस्थान). कोरोना वायरस फिर से पैर पसार रहा है। कोरोना के चलते राजस्थान में मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। एक ही दिन में बीस से ज्यादा नए मरीज सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि आज कोरोना से मरीजों की संख्या शाम की रिपोर्ट में सौ तक पहुंच सकती है। ऐसे में अब कोरोना को लेकर सावधानी बरतने की फिर से जरुरत है। केंद्र सरकार पहले ही एडवाजरी जारी कर चुकी है और हर राज्य की सरकार को सतर्कता बरतने के निर्देश दे चुकी है।
भीलवाड़ा में हुई कोरोना से मौत, कलेक्टर श्रृद्धांजलि देने पहुंचे
कोरोना से यह मौत भीलवाड़ा जिले में हुई है। भीलवाड़ा जिले के सबसे बड़े अस्पताल महात्मा गांधी अस्पताल के सीनियर नर्सिंग स्टाफ की मौत हुई है। स्टाफकर्मी महेन्द्र सिंह काफी समय से बीमार चल रहे थे और उनमें कोरोना के ही तमाम लक्षण थे। अस्पताल के एक अलग वार्ड में कोरोना की गाइड लाइन का पालन करते हुए उनका उपचार भी किया जा रहा था। लेकिन दो दिन पहले उनकी तबियत और ज्यादा खराब होने लगी और आखिर उनकी मौत हो गई। महेन्द्र सिंह सीनियर नर्सिंग स्टाफ थे और जिले के प्रशासनिक अफसरों के बीच भी उनकी अच्छी पैंठ थीं।
फिर से जारी होगी कोरोना गाइडलाइन
उनकी मौत के बाद कलेक्टर आशीष मोदी और अन्य प्रशासनिक अफसर उनकी अंतिम यात्रा में पहुंचे और कोरोनो नियमों का पालन करते हुए उनको श्रद्धांजलि दी। अस्पताल के अधीक्षक अरुण गौड ने कहा कि हमारे अस्पताल के एक सीनियर साथी की कोरोना से मौत हो गई है। यह हैरान करने वाला है। उनको विशेष इलाज दिया जा रहा था और पूरी गाइड लाइन की पालना की जा रही थी। अरुण गौड़ ने कहा कि अब फिर से लोगों को कोरोना गाइड़ लाइन का पालन करने की जरुरत है। खासी जुकाम और बुखार से होने वाला मामूली संक्रमण सही समय पर काबू करना जरूरी है। ऐसे में परेशानी से बचा जा सकता है।