बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के बीच लोकसभा चुनाव से पहले दोनों नेताओं के बीच सोशल मीडिया पर भी विवाद देखने को मिला। एक-दूसरे को अहंकारी और युवाओं के सपनों का सौदागर कहा।
जयपुर. बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, विधानसभा चुनाव के दौरान इनका नाम राजस्थान में हर आदमी की जुबान पर रहा। दोनों ने न जाने एक दूसरे पर क्या-क्या बयान दिए। डोटासरा ने चुनावों के दौरान राठौड़ को शराबी बताया तो राठौड़ ने डोटासरा को घमंडी और रिश्वतखोर।
सोशल मीडिया पर भिड़ गए दोनों नेता
वहीं अब लोकसभा चुनाव से पहले दोनों नेताओं के बीच सोशल मीडिया एक्स पर भी विवाद देखने को मिला। जिसमें सबसे पहले राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट करके इशारों इशारों में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को अहंकारी और युवाओं के सपनों का सौदागर कहा।
लोकसभा चुनाव के लिए मुफ्त में शुभकामनाएं दी
राजेंद्र राठौर के बाद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा नेता को गलतफहमी न पालने का सुझाव देने के साथ आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मुफ्त में शुभकामनाएं दी। फिर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि इतना भी गुमान ना कर अपनी जीत पर ए बेखबर, शहर में तेरी जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं।
'नेताजी इतना भी अहंकार ठीक नहीं'
आगे कहा कि सीकर वाले नेताजी इतना भी अहंकार ठीक नहीं है। हर और जीत एक सिक्के के दो पहलू है। अभी एक और परीक्षा बाकी है। आज भी युवा पूछ रहे हैं कि एक ही परिवार से चार-चार आरएएस बनना था या प्रयोग। डोटासरा ने लिखा कि गलतफहमी न पाले यह जनता का पर्चा है। तेरे सिर्फ टोल,बजरी और भूमाफिया होने की चर्चा है।