राजस्थान के चूरु जिले में रहने वाले एक इंडियन आर्मी से रिटायर्ट फौजी ने मानवता की नई मिसाल पेश की है। उन्होंने गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए 60 लाख की लोन लेकर एक अंग्रेसी मीडियम स्कूल ओपन किया है।
सीकर (राजस्थान). सोशल मीडिया से हम केवल यही समझते हैं कि नए-नए दोस्त बनाओ और शॉर्ट वीडियो देखो। लेकिन क्या आपको पता है कि राजस्थान में इसी सोशल मीडिया की मदद से हजारों बच्चों का भविष्य सुधरेगा। मामला राजस्थान के चुरू जिले का है। यहां के रहने वाले एक रिटायर्ड फौजी ओंकारमल की रिटायर होने के बाद स्कूल लेक्चरर के पद पर नौकरी लगी। ओंकारमल का हमेशा से सपना रहा कि वर्तमान में आधुनिक हो रहे कल्चर में वह गांव के बच्चों को अंग्रेजी शिक्षा दें।
60 लाख की लोन लेकर गरीब बच्चों के लिए खोला है स्कूल
ऐसे में उन्होंने 60 लाख रुपए का लोन लेकर गांव में एक अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोल दी। जिसकी हर महीने किस्त ओंकारमल का बेटा भरता था। लेकिन ओंकार मल के बेटे की आकस्मिक मौत हो जाने के बाद वह इतने भी सक्षम नहीं रहे कि समय पर किस्त भर दे। जैसे तैसे ओंकारमल ने कुछ राशि तो जमा करवाई। लेकिन इसके बाद वह राशि को चुका नहीं पाए और उसका ब्याज भी लगातार बढ़ता गया। करीब सात 60 लाख की राशि बकाया हो गई।
17 लाख जुटाए...लेकिन देना हैं 43 लाख टोटल
ईएमआई समय पर जमा नहीं होने पर संबंधित बैंक ने बिल्डिंग को नीलाम करने का नोटिस जारी कर दिया। ऐसे में अब ओंकारमल ने आम जनता से सहयोग के लिए फेसबुक पर लाइव आकर मदद मांगी नतीजा यह निकला कि उस लाइव के बाद अब तक करीब 17 लाख रुपए का सहयोग मिल चुका है। लेकिन अभी भी भवन को नीलाम होने से बचाने के लिए करीब 43 लाख रुपए चाहिए। भवन की नीलामी 25 मई को होगी।