
जयपुर. हाल ही में राजस्थान में 17 मार्च को बजट पास में सीएम अशोक गहलोत ने 19 नए जिले और 3 संभाग बनाने की ऐतिहासिक घोषणा कर दी है। अब राजस्थान में 10 संभाग और 50 जिले हो चुके हैं। राजस्थान भले ही क्षेत्रफल की दृष्टि से पूरे देश में सबसे बड़ा राज्य हो लेकिन अभी भी जिलों के मामले में यह तीसरे नंबर है। हालांकि यह बात अलग है कि राजस्थान में कई जिले ऐसे हैं जिन्हें राजधानी तक पहुंचने के लिए 16 से 18 घंटे तक का भी सफर करना पड़ता है।
नए जिलों की घोषणा के बाद नए प्रदेश की मांग उठी
अब नए जिले बनने के साथ ही राजस्थान में एक नई मांग उठने लगी है यह मांग है मरूप्रदेश की। हालांकि यह कोई नई मांग नहीं है यह मांग तो पिछले काफी लंबे समय से चली आ रही है लेकिन माना जा रहा है कि अब सीएम की नए जिलों की घोषणा के बाद एक बार फिर इस मांग को लेकर लोग अपनी आवाज उठा सकते हैं।
नए प्रदेश में आएंगे यह जिले
राजस्थान में यदि मरू प्रदेश बनता है तो इसमें पश्चिमी राजस्थान अलग राज्य बन जाएगा। जिसमें जालौर,सांचौर,बाड़मेर, बालोतरा, फलोदी, जोधपुर पूर्व,जोधपुर पश्चिम,जैसलमेर,बीकानेर,श्रीगंगानगर, अनूपगढ़,चूरू,पाली,नागौर,डीडवाना कुचामन,सीकर और नीम का थाना को मिलाकर अलग प्रदेश बनाया जा सकता है।
अब पूरा फैसला सीएम अशोक गहलोत के हाथ में...
आपको बता दें कि राजस्थान में यह जिले ऐसे हैं जिनमें प्रति व्यक्ति आय बहुत ज्यादा कम है। साथ ही यहां सरकार की योजनाओं का भी क्रियान्वयन ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा है। ऐसे में यदि सरकार से अलग प्रदेश बनाकर यह अलग से काम करती है तो इन जिलों का भी विकास हो पाएगा। बरहाल अब पूरा फैसला सीएम अशोक गहलोत के हाथ में ही है कि वह इस पूरे मसले पर क्या अपनी प्रतिक्रिया देते हैं।
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