राजस्थान के दौसा शहर से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक गांव में लूट करने आए बदमाशों को गांव वालों ने घेर लिया जिसमें 5 में से 3 को पकड़ा। उनकी ग्रामीणों ने इतना पीटा की उसकी जान चली गई। बाकी पकड़ में आने से बचे दो आरोपी गोली चलाते हुए फरार हुए।
दौसा (dausa news). राजस्थान के दौसा शहर से खबर है। शहर के नजदीक में देर रात एक गांव में डकैती करने आए डकैतों के साथ ग्रामीणों की मुठभेड़ हो गई। पांच में से तीन डकैतों को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और बुरी तरह पीटा, तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लेकिन उन तीन में से एक की दोपहर में मौत हो गई। उधर डकैतों ने भी गांव वालों पर हमला किया और एक ग्रामीण को गोली मार दी। दोनों डकैत फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
रात के अंधेरे का फायदा उठा डाका डालने का बनाया प्लान
दरअसल पूरा मामला पापड़दा थाना इलाके का है। थाना पुलिस ने बताया कि आलूदा गांव में देर रात करीब 2:00 बजे बाद पांच डकैत गांव में घुसे। वह एक मकान में डकैती डालने की तैयारी कर रहे थे लेकिन इस दौरान नजदीक ही रहने वाला दिनेश नाम का एक व्यक्ति जाग गया। उसने बाहर देखा तो वहां कुछ लोग संदिग्ध नजर आए। दिनेश को पूरा मामला समझ आ गया।
ग्रामीण ने डकैतों का प्लान किया फैल
मामला समझते ही दिनेश ने डकैतों को ललकारा। डकैतों ने वहां से भागने की कोशिश की लेकिन दिनेश ने शोर मचा दिया। जिससे गांव के अन्य लोग भी जाग गए। चारों ओर से डकैतों को घेर लिया गया और उसके बाद डकैतों को दबोच लिया गया। तीन डकैतों को गांव वालों ने पकड़ लिया और उन्हें हाथ पैर बांध के बुरी तरह पीटा। वहीं बचकर भागे दोनों डकैतों को भी पकड़ने की कोशिश की लेकिन उनमें से एक ने ग्रामीणों पर फायरिंग कर दी, गोली दिनेश कुमार के पैर में लगी। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि गांव वालों के हमले में डकैत की मौत हुई है। फिलहाल मामले की जांच पड़ताल चल रही है।
डकैती डालने के बाद एक्सप्रेस वे जाने वाले थे, पर धराए
पुलिस ने बताया कि डकैत डकैती डालने के तुरंत बाद दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे की तरह भागने वाले थे। लेकिन वह गांव वालों के हत्थे चढ़ गए और इस दौरान एक की मौत हो गई। जिस व्यक्ति दिनेश के गोली लगी है उसकी ओर से पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने अन्य दो डकैतों की तलाश शुरू कर दी है। तीन डकैतों में से दो को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह पुलिस सुरक्षा में है। अस्पताल से सही होने के तुरंत बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
फिलहाल इस पूरे मामले में दौसा पुलिस का यही कहना है कि एक पक्ष की ओर से मुकदमा दर्ज कर लिया गया है । दूसरे पक्ष की ओर से फिलहाल कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराया गया है। जिस डकैत की गांव वालों की पिटाई से मौत हुई है उस उस मामले में पुलिस खुद मुकदमा दर्ज करें या इंतजार करें इस बारे में पुलिस सीनियर अफसरों से राय ले रही है।