दौसा. राजस्थान के दौसा जिले के नजदीक बांदीकुई कस्बे में छह सौ फीट गहरे बोरवेल में गिरी मासूम बच्ची मौत को मात देकर बाहर निकल आई है। वह करीब पचास फीट गहराई में फंसी हुई थी, उसे बचाने के लिए पुलिस , प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय ग्रामीण लगातार प्रयास कर रहे थे। सभी के प्रयास रंग लाए और आज सवेरे उसे बाहर निकाल लिया गया। हांलाकि रेस्क्यू टीम को कई बाधाओं का सामना करना पड़ा, जिसमें सबसे बड़ी बाधा बारिश बन रही थी। लेकिन सभी के प्रयास आखिर सफल रहे।
600 फीट बोरवेल में गिर गई थी मासूम
दरअसल, दो साल की बच्ची नीरू बांदीकुई के जोधपुरिया गांव में अपने परिवार के साथ रह रही थी। परिवार ने अपने खेत में कुछ समय पहले बोरवेल कराया था, उसे करीब 600 फीट तक खोदा गया था, लेकिन पानी नहीं आने पर उसे बंद कर दिया गया था। लेकिन पिछले दिनों से लगातार बारिश के चलते बोरवेल के ठीक पर गहरा गड्ढा हो गया, जिसके बारे में किसी को जानकारी नहीं थी।
जानिए मासूम कैसे मौत को मात देकर आई बाहर
कल शाम नीरू और परिवार के अन्य बच्चे इसी बोरवेल के पास खेल रहे थे। अचानक बच्ची उसमें गिर गई। वह करीब पचास फीट गहराई में जाकर फंस गई। कल शाम पांच बजे से उसे बचाने का काम शुरू हुआ और आज सवेरे करीब दस बजे सफलता मिली। इस बीच बच्ची को जगाए रखने के लिए उसकी मां लगातार उससे बातचीत कर रही थी। उस पर विशेष कैमरों से नजर रखी जा रही थी। बोरवेल के नजदीक ही समानांतर गड्ढा खोदकर उसे बाहर निकाला जा सका। मां कविता और परिवार एवं गांव के लोग लगातार प्रार्थना किए जा रहे थे। दस से ज्यादा बार बच्ची को निकालने का प्रयास किया गया, और अब सफलता मिल गई। उल्लेखनीय है कि देश भर में होने वाले बोरवेल हादसों में जान बचने की संभावना बेहद कम रहती है।