साथ जिएंगे और साथ ही मर जाएंगे, इस कहावत को राजस्थान के जयपुर में रहने वाले एक बुजुर्ग दंपत्ति ने सच कर दिखा दिया। जहां एक 90 वर्षीय बुजुर्ग की मौत की अचानक मौत हो गई। पत्नी यह सदमा बर्दास्त नहीं सहन कर पाई और उसने भी प्राण त्याग दिए।
जयपुर. खबर राजधानी जयपुर से है। जयपुर के चौमू इलाके में स्थित चीथवाड़ी गांव का यह पूरा घटनाक्रम है । गांव में रहने वाले बुजुर्ग दंपति की मौत हो गई। दरअसल 90 वर्षीय बुजुर्ग की मौत के कुछ देर बाद ही उनकी पत्नी ने भी दी देह त्याग दी । परिवार के लोगों ने एक साथ दोनों का अंतिम संस्कार किया। घटनाक्रम फतेहपुरा ग्राम पंचायत के सुल्तानपुर गांव का है ।
पति की अर्थी सजा रहे थे...तभी आ गई पत्नी की मौत की खबर
गांव के लोगों ने बताया कि 90 साल के रामलाल गुर्जर पूरी तरह से स्वस्थ थे । आज सवेरे उनकी मौत की सूचना आई तो गांव वाले स्तब्ध रह गए । अचानक इस तरह मौत होने से परिवार के लोग भी परेशान थे , उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की ही जा रही थी । कि इस दौरान किसी ने उनकी पत्नी फूला देवी को भी उनकी मौत के बारे में जानकारी दे दी। कुछ देर बाद ही फूला देवी की भी मौत की खबर आ गई ।
पूरी जिंदगी साथ रहे और साथ ही छोड़ दी दुनिया
ग्रामीणों ने बताया कि पति की मौत के कुछ देर बाद ही पत्नी ने भी प्राण त्याग दिए । ग्रामीणों ने बताया कि रामलाल गुर्जर का लंबा चौड़ा परिवार है, परिवार के सभी लोग आसपास के इलाकों में ही रहते हैं। रामलाल गुर्जर इतनी उम्र के बाद भी पूरी तरह स्वस्थ्य और परिवार के मुखिया थे। उनकी पत्नी फूला देवी जरूर चार-पांच दिन से कुछ बीमार थी, लेकिन वह इतनी बीमार भी नहीं थी कि उनकी जान चली जाए । लेकिन पति की मौत के बारे में सुनकर वे शांत हो गई, उन्होंने कुछ नहीं बोला।
एक ही चिता पर दोनों का अंतिम संस्कार किया गया
परिवार के लोग परिवार के मुखिया रामलाल गुर्जर के अंतिम संस्कार में लग गए , तभी पत्नी की भी मौत की सूचना आ गई । उन्होंने भी प्राण त्याग दिए। गांव में थोड़ी ही देर में यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गई । गांव के सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में पति और पत्नी की डोल यात्रा निकाली गई। उसके बाद एक ही चिता पर दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि रामलाल गुर्जर परिवार के मुखिया होने के नाते परिवार पर रौब रखते थे। परिवार के हर फैसले में उनकी दखल रहती थी । लेकिन अब पति और पत्नी दोनों ही कुछ ही पलों में हमेशा के लिए दुनिया से विदा हो गए।