राजस्थान के पाली जिले से दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। जहां बहन की शादी के दिन बाद भाई की मौत हो गई। आलम यह था कि पहले बहन विदा हुई, फिर भाई की अर्थी सजाई गई।
पाली (राजस्थान). पाली जिले का रहने वाला खेत सिंह अपनी बहन की शादी में शामिल होने के लिए जयपुर से आया था । 13 मई को यानी कल रात बहन के फेरे होने थे , लेकिन फेरों से चंद घंटे पहले ही खेत सिंह की मौत की खबर घर पहुंची । इधर बहन की डोली सजने की तैयारी थी और उधर भाई की अर्थी सजाई गई । पंच पटेलों में यही निर्णय लिया कि बहन को विदा करते ही भाई की अर्थी घर से निकाली जाएगी , हुआ भी यही।
कार एक्सीडेंट में हुई भाई की दर्दनाक मौत
पूरा घटनाक्रम पाली जिले के ग्रामीण इलाके में स्थित खिवाड़ा थाना क्षेत्र के गोलकी गांव का है । पुलिस ने बताया कि गांव में रहने वाला खेत सिंह 11 मई को ही अपने गांव आया था । वह जयपुर में एक होटल पर काम करता था। उसकी शादी करीब 5 साल पहले हो गई थी और पत्नी एवं दो बच्चे गांव में ही रह रहे थे । 13 मई को बहन की शादी होनी थी । 11 मई को वह गांव आ गया था । 11 मई को ही अपनी बुआ की बेटी की शादी में मायरा भरने के लिए परिवार के अन्य लोगों के साथ नजदीक ही गांव में गया था। वहां से 11 तारीख को वापस लौटते समय देर रात एक कार ने उसे टक्कर मार दी। इसकी सूचना 12 मई को परिवार के पास पहुंची ।
बहन लेने वाली थी 7 फेरे और भाई की घर पहुंच गई लाश
12 मई को छोटी बहन जमुना का मेहंदी हल्दी का कार्यक्रम था। उधर मेहंदी , हल्दी का तैयारियां चल रही थी और इधर भाई की लाश घर पहुंची । 13 मई यानी शनिवार रात जमुना की बारात नजदीक के ही गांव से आनी थी। लेकिन पंच पटेलों ने यह तय किया कि 13 मई को कोई आयोजन नहीं किया जाएगा । 12 मई की रात ही दूल्हे और उसके परिवार के पास लोगों को बुलाया गया और जमुना को उनके साथ विदा कर दिया गया ।
शादी के बाद पहली बार आई बहन भाई की तस्वीर को सीने से लगाकर रोती रही
आज वापस अपने पीहर पहुंची है। शादी के बाद पहली बार दुल्हन घर आई है और उधर दुल्हन के भाई का तीये का कार्यक्रम है । पूरे गांव में कोहराम मचा हुआ है। परिवार के लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं की बेटी की शादी पर खुश हों या बेटे की अर्थी पर आसु भाई......।