राजस्थान के सिरोही में बड़ी घटना, एक गलती और पल भर में लाश बन गया पूरा परिवार
ब्यावर में गुरुवार सुबह एक कार हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। कार का टायर फटने से यह हादसा हुआ, जिसमें एक 11 महीने का बच्चा भी शामिल है। एक महिला गंभीर रूप से घायल है।
Arvind Raghuwanshi | Published : Oct 24, 2024 5:59 AM IST / Updated: Oct 24 2024, 05:06 PM IST
ब्यावर (राजस्थान). गुरुवार सुबह ब्यावर.पिंडवाड़ा हाईवे एनएच-62 पर एक भीषण सड़क हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की जान चली गई। हादसा करीब 7 बजे के आसपास का है। बताया जा रहा है कि कार का टायर फटने से वह अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़ते हुए नाले में गिर गई।
पिंडवाड़ा से जोधपुर जा रहा थी फैमिली
पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, कार में सवार लोग पिंडवाड़ा से जोधपुर की तरफ जा रहे थे। घटना के बाद कोतवाली थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। डीएसपी मुकेश चौधरी ने बताया कि थानेश्वरजी पुलिया के पास यह हादसा हुआ। पुलिस ने तुरंत क्षतिग्रस्त कार को क्रेन की मदद से बाहर निकाला और घायल महिला को सुरक्षित निकालकर सिरोही हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया।
अगर टायर में हवा कम होती तो बच जाता पूरा परिवार
इस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई, उनमें प्रताप, रामूराम, उषा, पुष्पा और 11 महीने का बच्चा आशु शामिल हैं। सभी लोग दाहोद, गुजरात के निवासी थे। वहीं, शारदा नाम की एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिनका इलाज जारी है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हाइवे पर या घर से बाहर निकालने पर ही कार में कुछ जरूरी चीजें हैं जो हर वाहन चालक को चैक करने की जरूरत है। अधिकतर कार के टायर फटने की शिकायत दो कारणों से होती है, या तो टायर में हवा कम होती है या फिर कई बार जल्दबाजी में टायर में हवा भराने क बाद उसे चैक नहीं किया जाता। हवा ज्यादा होने से भी टायर फटने की भारी संभावना बनी रहती है।
दूसरों की कार सही करते थे, लेकिन खुद की कर सही नहीं कर सके
कोतवाली पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी में ये सामने आया है कि परिवार के कई लोग गुजरात में कारों और अन्य बड़े वाहनों की मरम्मत करने के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। लेकिन उसके बाद भी वे अपनी कार के बारे में शायद सहीं आंकलन नहीं लगा सके। हादसे में शिकार हुए प्रताप भाई और उषा देवी... पति और पत्नी हैं। कार में उनकी बहू पूजा और पोता आशु भी था। हादसे में जान गंवाने वाले रामूराम और प्रताप चचेरे भाई हैं।