हर 5 साल के बाद राजस्थान में सरकार में बदलाव होता है। कभी कांग्रेस तो कभी भारतीय जनता पार्टी। हालांकि इन दो दलों के अलावा राजस्थान में अन्य किसी की सरकार नहीं बनी। राजस्थान में पिछले 25 सालों से यही हो रहा है।
जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक है। पिछले 2 महीने से राजस्थान में सरकार बनाने को लेकर प्रमुख दो पार्टी भाजपा और कांग्रेस ने हर तरह के हथकंडे अपना लिए हैं। एक तरफ जहां कांग्रेस ने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की सभा करवाई तो वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई केंद्रीय मंत्री भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा के दौरान और अन्य सभा करने के लिए राजस्थान आए लेकिन राजस्थान में आज से मौजूदा कांग्रेस सरकार का राज समाप्त होने वाला है।
हर 5 साल के बाद राजस्थान में बदलती है सरकार
आज दोपहर 12 बजे चुनाव आयोग दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस करने जा रहा है जिसके बाद राजस्थान में आचार संहिता लागू हो जाएगी और यहां के सभी राजनीतिक दल सत्ता में आने की इच्छा को लेकर पूरी तरह से एक्टिव हो जाएंगे। एक तरफ जहां मौजूदा कांग्रेस सरकार इस बार सरकार रिपीट होने की बात कह रही है तो वहीं भाजपा का कहना है कि इस बार सत्ता में वह आएंगे लेकिन क्या आप जानते हैं कि राजस्थान में पिछले पांच चुनाव में कोई भी सरकार रिपीट नहीं हुई। हर 5 साल के बाद राजस्थान में सरकार में बदलाव होता है। कभी कांग्रेस तो कभी भारतीय जनता पार्टी। हालांकि इन दो दलों के अलावा राजस्थान में अन्य किसी की सरकार नहीं बनी।
राजस्थान में गहलोत ने ऐसे बनाई थी अपनी सरकार
बात करें यदि पिछले चुनाव की तो राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों में से 2018 में केवल 199 सीटों पर ही चुनाव हो पाए थे। क्योंकि अलवर जिले की रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट लक्ष्मण सिंह की मौत हो गई थी जिसके चलते वहां चुनाव नहीं हुआ था लेकिन फिर भी कांग्रेस ने राष्ट्रीय लोकदल के साथ गठबंधन करके राजस्थान में 100 सीट हासिल की और फिर अपनी सरकार बना ली। इसके बाद जब रामगढ़ सीट पर चुनाव हुए तो वहां भी कांग्रेस जीत गई। हालांकि इस बार देखना होगा कि आखिरकार राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जादू चलता है या फिर सरकार भाजपा की बनती है।