हिमाचल प्रदेश में ऐसा जलप्रलय आया है कि सब तहस-नहस हो गया है। क्या घर क्या वाहन पशु और पेड़ सब पानी में बह गए। कई राज्यों से आए टूरिस्ट भी फंसे हुए हैं। इसी बीच हिमाचल की डीजीपी सतवंत अटवाल ने वहां की मौजूदा हालात के बारे में बताया है।
जयपुर. हिमाचल प्रदेश में फंसे देश भर के पर्यटकों के परिवार वाले चिंचित हैं। परिवार वाले इसलिए परेशान हैं क्योंकि परसों यानि रविवार रात से परिवार के लोगों से उनका संपर्क नहीं हो पा रहा है। हिमाचल में भारी तबाही के चलते रेल और सड़क यातायात बेहद गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। सीजन का सयम होने के कारण देश भर का पर्यटक हिमालच में फंसा है और इसी कारण देश भर के लोग भी परेशान है। दरअसल सड़कें टूट जाने के कारण टेलीकम्यूनिकेशन सिस्टम बुरी तरह से तबाह हो गया है। इसी कारण काफी समय से फोन नहीं लग रहे हैं। इस पूरी तबाही के बीच आज हिमालच से कुछ राहत देने वाली खबरें आ रही हैं। साथ ही हिमाचल की डीजीपी के भी कुछ बयान सामने आए हैं।
हिमाचल की डीजीपी बताया बारिश के कहर के बीच लोगों को कैसे बचा रहे
दरअसल हिमाचल प्रदेश में करीब तीन सौ करोड़ से भी ज्यादा का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। हिमाचल के सीएम केंद्र सरकार के संपर्क में हैं राहत पैकेज के लिए। इस बीच हिमाचल की डीजीपी सतवंत अटवाल का कहना है कि हम पर्यटकों को सुरक्षित बचा रहे हैं। कई जगहों पर तो नुकसान की कोई सूचनाएं नहीं हैं। देश भर से आए पर्यटक हमारे मेहमान हैं। कूल्लू, मनाली, समेत कई क्षेत्रों में पर्यटक होटलों में सुरक्षित हैं। कम्यूनिकेशन सिस्टम सही नहीं होने के कारण परिवार से संपर्क नहीं हो पा रहा है। आज शाम तक इसे भी दुरुस्त कराया जा रहा है। पर्यटकों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है, होटलों में खाने पीने की कोई कमी नहीं है। पर्यटकों को जल्द से जल्द सुरक्षित रूप से वापस भेजने की कवायद शुरू कर दी गई है।
शिमला, मनाली, कूल्लू में राजस्थान के सौंकड़ों लोग फंसे
उल्लेखनीय है हिमाचल प्रदेश के शहरों जैसे, शिमला, मनाली, कूल्लू, लाहौल समेत आसपास के पर्यटक स्थलों पर जयपुर समेत पूरे राजस्थान से सैंकड़ों की संख्या में पर्यटक गए हैं जो वहां फंस गए हैं। वहीं देश भर की बात की जाए तो देश भर से हजारों पर्यटक वहां फंसे हुए हैं।