
जालौर. होली के त्यौहार (Holi Festival) में अभी दो ही दिन शेष बचे हैं। राजस्थान ही नहीं बल्कि देशभर के अलग-अलग इलाकों में होली की अलग-अलग परंपराएं हैं। कहीं राख से होली खेली जाती है तो कहीं होली के दिन विशेष पूजा की जाती है। राजस्थान के जालौर (Jalore) में भी होली के दौरान लोग संतान प्राप्ति और कुंवारे लोग शादी की चाहत में इलोजी महाराज (iloji maharaj) की पूजा अर्चना करते हैं। होली के दिन इस मंदिर में लोगों की भारी भीड़ रहती है।
मान्यता है कि भगवान शिव के द्वारा इलोजी को वरदान दिया गया कि जो भी कुंवारे लड़के और लड़कियां तुम्हारी पूजा करेंगे, निसंतान महिलाएं पूजा करेगी तो उनकी हर मनोकामना पूरी होगी। यही एक कारण है की होली के दिन इलोजी महाराज की पूजा करने के लिए लोगों की भीड़ लगी रहती है।
आपको बता दें कि जालौर शहर में वैसे तो इलोजी महाराज का मंदिर बना हुआ है ही। इसके अलावा कई ग्रामीण क्षेत्रों में भी महाराज के छोटे-छोटे मंदिर बनाए गए हैं। होली के दिन इन मंदिरों के बाहर युवा राजस्थानी गीत या पारंपरिक गीत गाते हुए भी नजर आते हैं।
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