राजस्थान के बाड़मेर में सोमवार(24 अप्रैल) तड़के करीब 4 बजे एक भीषण हादसा हो गया। आमने-सामने से भिड़े दो ट्रेलर में 3 लोग जिंदा जल गए। हादसे में मारे गए ड्राइवर युवक के चाचा ने जैसे-तैसे कूदकर अपनी जान बचाई।
बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर में सोमवार(24 अप्रैल) तड़के करीब 4 बजे एक भीषण हादसा हो गया। आमने-सामने से भिड़े दो ट्रेलर में 3 लोग जिंदा जल गए। हादसे में मारे गए ड्राइवर युवक के चाचा ने जैसे-तैसे कूदकर अपनी जान बचाई। यह भयानक एक्सीडेंट बीकानेर-सांचौर मार्ग पर हुआ। यहां हाईवे पर टक्कर के बाद दोनों ट्रेलर में आग लग गई थी।
पुलिस के अनुसार, दोनों ट्रेलर में ड्राइवर सहित 4 लोग बैठे थे। यह हादसा बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी आदूराम पेट्रोल पंप से कुछ दूर आलपुरा गांव के पास हुआ। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने बड़ी मुश्किल से ट्रेलरों में लगी आग पर काबू पाया। पुलिस हादसे की वजह जानने की कोशिश कर रही है। इस हादसे के बाद हाइवे पर करीब 2 घंटे तक जाम लगा रहा। डीएसपी शुभकरण खीचीं के अनुसार आलपुरा गांव में हुई इस दुर्घटना की असली वजह अभी सामने नहीं आ पाई है।
पुलिस ने बताया कि एक ट्रेलर बीकानेर से मिट्टी भरकर सांचौर की ओर जा रहा था। जबकि दूसरे ट्रेलर में टाइल्स भरी हुई थीं। दोनों एक-दूसरे के विपरीत दिशा से आ रहे थे। यानी आमने-सामने थे। हादसे में घायल शख्स के अनुसार पुलिस अनुमान लगा रही है कि इनमें से किसी एक ट्रेलर के ड्राइवर को झपकी आई होगी। इससे वो स्टीयरिंग नहीं संभाल सका और टक्कर हो गई। हादसे की सूचना के बाद फायर ब्रिगेड तत्काल मौके पर पहुंची। उसने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक दोनों ट्रेलर करीब 80 फीसदी जलकर खाक हो चुके थे।
पुलिस के जांच में सामने आया है कि जिस ट्रेलर में टाइल्स भरी हुई थीं, उसके प्रदीप (23) पुत्र रामचंद्र और लक्ष्मणराम पुत्र भारमल बैठे थे। ये दोनों बीकानेर के नोखा में गांव धरनोक के रहने वाले थे। हादसे में प्रदीप जिंदा जल कर मर गया। लक्ष्मणराम गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
उधर, मिट्टी से भरे ट्रेलर में मोहम्मद हासफ शरीफ पुत्र समू खान निवासी जझू बीकानेर सवार था। हादसे में वो भी जिंदा जलकर मर गया। एक मृतक की अब तब पहचान नहीं हो पाई है।
पुलिस ने बताया कि लक्ष्मणराम और उनका भतीजा प्रदीप ट्रेलर में टाइल्स भरकर रामजी की गोल से बालोतरा की तरफ जा रहे थे। ट्रेलर प्रदीप चला रहा था। जब हादसा हुआ, तो केबिन दबने से प्रदीप फंस गया। इससे पहले कि कोई उसे बाहर निकाल पाता, ट्रेलर में आग लग गई। इस बीच लक्ष्मणराम ने ट्रेलर से कूदकर अपनी जान बचाई।
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