
जैसलमेर. यूथ आइकन और राजस्थान के जैसलमेर जिले की कलेक्टर टीना डाबी एक बार फिर से चर्चा में है। इस बार सरकारी कामकाज के चलते उन्हें टारगेट किया जा रहा है। कलेक्टर डाबी के एक साइन के चलते सैंकड़ों गरीब परिवार सड़कों पर आ गए हैं। उनके आशियाने तोड़ दिए गए हैं। लगभग सभी परिवार पाकिस्तान से आए हिंदू हैं जो काफी समय से जैसलमेर के इस इलाके में रह रहे हैं। लेकिन अब इनके आशियानों को मिट्टी में मिला दिया गया है।
टीना डाबी का एक आदेश और रोने लगे महिलाएं-बच्चे
कलेक्टर टीना डाबी की साइन की हुई इस फाइल के बाद यूआईटी ने इस पर एक्शन लिया है। सब कुछ सरकार के निर्देश पर होना बताया गया है। इसी आदेश को लेकर आज टीना डाबी टॉप ट्रेंडिंग में चल रही हैं। अपना आशियाना छिन जाने के बाद महिलाएं और बच्चे चीख-चीखकर रोए जा रहे हैं। लेकिन अधिकारी पीछे नहीं हटे।
सरकार बोली-जैसलमेर की अरबों की जमीन पर कब्जा किया है
दरअसल. पिछले कुछ दिनों से जैसलमेर जिले में स्थित अमर सागर क्षेत्र में सैंकड़ों की सख्या में पाक विस्थापित हिंदु परिवार रह रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये परिवार जिस जमीन पर रह रहे हैं वह जमीन सरकारी है और कई बीघा इस जमीन का मूल्य अरबों रुपयों में है। जमीन के बारे में प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि जमीन पर इन लोगों ने कब्जा किया है और मकान बनाकर हर रहे हैं।
इस जमीन को लाखों रुपए देकर खरीदा...लेकिन अब मिट्टी में मिल रहे
इन परिवारों का कहना है कि यह जमीन काफी समय पहले कुछ लोगों ने इन्हें बेची थी और उसके बाद यहां पर मकान बनाए गए थे। परिवारों का कहना है कि अगर जमीन सरकारी थी तो सरकार ने उसी समय कार्रवाई क्यों नहीं की..... अब जमीन भी छिन गई और जमीन पर बनाए गए मकान में लगे लाखों रुपए भी खराब हो गए।
सवाल 45 डिग्री तापमान में सिर से छीन ली छत...अब तपती जमीन पर सोने को मजबूर
जैसलमेर में इन दिनों पारा 45 डिग्री से भी ज्यादा है। पारा तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन ऐसे मे इन गरीब परिवारों से अब छत छीन गई है। भीषण गर्मी में टेंट लगाकर रहने को परिवार मजबूर हैं। बच्चे परेशान हैं। खाने पीने का सामान नष्ट हो गया। सब कुछ बर्बाद हो गया है। परिवारों का कहना है कि पाकिस्तान से आए थे जान बचाकर, यहां शरण मिली लेकिन अब सब कुछ बर्बाद हो गया।
वीडियो में देखिए कैसे तोड़े जा रहे आशियाने
पुलिस को देखकर भीषण गर्मी में भागे लगे
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