कोटा में छात्र के सुसाइड मामले में जिला कलेक्टर ने कोचिंग संचालक के खिलाफ एक्शन लिया है। कलेक्टर ने कोचिंग संचालक को नोटिस भेजकर इस मामले में जवाब मांगा है। इस साल अब तक 28 छात्र कोटा में सुसाइड कर चुके हैं।
कोटा। चुनाव परिणाम से ठीक पहले कोटा शहर फिर से चर्चा में है। इस बार तो कलेक्टर और जिला प्रशासन के अधिकारी भी गुस्से में हैं। कोचिंग संचालक के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर ली गई है। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले जिस छात्र ने सुसाइड किया था वह पंद्रह दिन से डिप्रेशन में था।
आंध्र प्रदेश का रहने वाला था फरीद
इस बारे में कोचिंग वालों को भी जानकारी थी लेकिन उन्होनें उचित कदम नहीं उठाए। अगर उन्होंने ध्यान दिया होता तो छात्र को बचाया जा सकता था। दरअसल पश्चिम बंगाल के रहने वाले फरीद हुसैन ने 27 नवम्बर को सुसाइड कर लिया। वह अपने कमरे में ही फंदे से लटका हुआ मिला। छात्र के सुसाइड के मामले में अब उसके कोचिंग संचालक को कोटा कलेक्टर एमपी मीणा ने नोटिस भेजा है। कोचिंग संचालक से इस मामले में लापरवाही बरतने को लेकर संचालक से तीन दिन में जवाब मांगा है।
एसपी और कलेक्टर ने कोचिंग संचालकों को दिए थे निर्देश
दरअसल कोचिंग नवम्बर में दो बार कलेक्टर और एसपी ने सभी कोचिंग संचालकों के साथ मीटिंग कर यह तय किया था कि कोई भी छात्र अपना रूटीन जरा भी बदलता है या डिप्रेशन में रहने लगता है तो इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी जाए ताकि छात्र की काउंसलिंग कराई जाए, लेकिन फरीद हुसैन के बारे में ऐसा नहीं किया गया।
12 नवंबर को कोचिंग वालों ने ही की थी काउंसिलिंग
उसकी 12 नंबवर को कोचिंग वालों ने ही काउंसलिंग की थी। लेकिन इसकी जानकारी जिला प्रशासन को नहीं दी गई। आखिर फरीद ने सुसाइड कर लिया। वह एक साल पहले ही नीट की तैयारी के लिए कोटा आया था। परिवार वाले उसे सफेद एप्रिन में डॉक्टर के लिबास में देखना चाहते थे, लेकिन उन्हें नसीब हुई सफेद कफन में लिपटी उसकी लाश। घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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