भारतीय वायुसेना के टोही विमान की क्या है खासियत, क्यों सेना के लिए होता है अहम

राजस्थान के जैसलमेर में भारतीय वायुसेना का एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया है। बताया जा रहा है कि रूटीन अभ्यास के दौरान आईएएफ का टोही विमान अनियंत्रित होकर क्षतिग्रस्त हो गया। जानें क्या है टोही विमान की खासियत..

Yatish Srivastava | Published : Apr 25, 2024 5:42 AM IST / Updated: Apr 25 2024, 12:55 PM IST

जैसलमेर (राजस्थान)। राजस्थान के जैसलमेर में भारतीय वायुसेना का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। घटना में पायलट बाल-बाल बचे हैं। आज सुबह रूटीन अभ्यास के दौरान ही एयरक्राफ्ट अनियंत्रित होकर खेत में गिर गया। खेत में गिरने वाला यह UAV एयरक्राफ्ट जिसे टोही विमान भी कहा जाता है बहुत अहम होता है। एयरफोर्स में टोही विमान किसी भी खतरे को भांपने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 

जानें क्या होता है टोही विमान  
जैसा कि टोही विमान के नाम से समझ आता है कि यह दुश्मन के इलाके में दूर तक जाकर इसकी टोह लेकर आता है। टोही विमान को बोलचाल की भाषा में जासूसी विमान भी कह सकते हैं। एक ऐसा सैन्य विमान जिसे इमेजरी इंटेलिजेंस, सिग्नल इंटेलिजेंस के साथ मेजरमेंट और सिगनेचर इंटेलिजेंस के कलेक्शन समेत कई अहम भूमिकाओं के साथ दुश्मन की टोह लाने के लिए डिजाइन किया गया है। विमान के जरिए संदिग्ध इलाकों की फोटोग्राफी भी की जा सकती है।

कितनी ऊंचाई तक उड़ सकता है ये विमान?
एल्युमीनियम से बने और सबसोनिक उड़ान तक सीमित U-2 विमान, 1350 किलोग्राम वजन के पेलोड के साथ 70,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है ये विमान। सुरक्षा के लिहाज से इसकी सटीक परिचालन और कई अन्य क्वालिटी को गुप्त रखा गया है ताकि सेना की ताकत का हर किसी को पता न चल सके। 

मार्च में भी हुआ था ऐसा ही हादसा
जैसलमेर में इससे पहले भी भारतीय वायुसेना का विमान क्रैश हो गया था। मार्च 2024 में ही रूटीन अभ्यास के दौरान तेज स विमान क्रैश हो गया था। भारत शक्ति अभ्यास के दौरान ये दुर्घटना हुई थी। हालांकि घटना में जानमाल का नुकसान नहीं हुआ था। पायलट को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। 

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