सरकार वकीलों को हमेशा दोयम दर्जे का मानती है, यह गलत है। इस बार हमने ठाना है कि सरकार को अपनी ताकत दिखानी ही है । वकील कई सालों से एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग कर रहे हैं। पिछले तीन-चार दिन से जारी घटनाक्रम में अभी तक किसी अफसर का बयान सामने नहीं आया है।