राजस्थान में आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सीएम अशोक गहलोत ने तैयारी शुरू कर दी है। सत्ता में साढे़ 4 साल मौज मार रहे नेताओं को अब हर महीने देनी होगी परीक्षा। बनेगी रिपोर्ट। इसी के आधार पर तय होगा नेताजी का भविष्य। 70 फीसदी पाने वाले को मिलेगा टिकट।
जयपुर (jaipur). भारतीय जनता पार्टी की तुलना में कांग्रेस सरकार ने आने वाले चुनाव की तैयारियां तेजी से शुरू कर दी है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जसविंदर सिंह रंधावा की मदद करने के लिए तीन सह प्रभारी लगा दिए गए हैं । यह चारों लोग मिलकर आने वाले चुनाव में टिकट वितरण का पूरा खाका तैयार करेंगे और उसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ इस रिपोर्ट को गांधी परिवार यानी आलाकमान के सामने रखा जाएगा। इसी रिपोर्ट के आधार पर टिकट कटेगा या मिलेगा।
अगले महीने से होगा कांग्रेस नेताओं का सर्वे
दरअसल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी रंधावा अगले महीने यानी मई के महीने से कांग्रेस के सभी विधायकों और मंत्रियों के खिलाफ सर्वे कराने की तैयारी कर रहे हैं । यह सर्वे हर महीने कराया जाएगा और इसके रिपोर्ट आगे भेजी जाएगी । सर्वे में यह ध्यान रखा जाएगा कि कार्यकर्ता इस सर्वे से ना जुड़ें , आम जनता इस सर्वे में शामिल हो ।
जनता के बीच पहुंच जानेंगे नेताओं की छवि
अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में विधायकों और मंत्रियों की क्या स्थिति है, यह कांग्रेस के नेता जनता के बीच में जाकर पता करेंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी जसविंदर सिंह रंधावा ने टीमें तैयार की है। यह टीमें आम जनता के बीच जाकर स्थानीय विधायक और मंत्री के खिलाफ बातचीत करेगी। सर्वे में 8 से 10 सवालों के जवाब देने होंगे, इनमें बिजली , पानी अन्य जरूरी योजनाओं का लाभ और अन्य बातें शामिल हैं । यह सर्वे हाल ही में कराए गए वन टी वन सर्वे से अलग होगा ।
क्या था वन टी वन सर्वे
वन टी वन सर्वे में मुख्यमंत्री और प्रदेश प्रभारी ने विधायकों और मंत्रियों से सीधा संवाद किया था, लेकिन अब इन विधायकों और मंत्रियों के बारे में जनता से संवाद किया जाएगा। यानी अब मौका जनता के पास है कि वह अपने क्षेत्र के विधायक के बारे में सरकार को क्या फीडबैक देते हैं। इस सर्वे के बारे में सरकार के मंत्रियों की भी एक राय है।
काम ना करने वाले नेताओं का कटेगा टिकट
मंत्री मुरारी लाल मीणा ने कल जयपुर में कहा कि पार्टी सर्वे करा रही है , यह अच्छी बात है जिन लोगों ने अपने विधानसभा क्षेत्रों में काम नहीं किया उनका टिकट कटना चाहिए। हालांकि वे लोग अंतिम समय पर किसी ना किसी तरह से सेटिंग करके टिकट पा लेते हैं और फिर हार जाते हैं । पार्टी को चाहिए कि पार्टी ऐसे लोगों को टिकट ना दे जो कोई काम नहीं करा पा रहे हैं ।
वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि सर्वे रिपोर्ट की महत्वपूर्ण है , जिस भी नेता का बैकग्राउंड सही नहीं है उसे टिकट नहीं देना चाहिए और यह नियम बेहद सख्ती से लागू होना चाहिए । हालांकि इस बारे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी गोविंद सिंह डोटासरा ने किसी तरह की कोई सूचनाएं जारी नहीं की है।
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