राजस्थान में जहां बीजेपी पार्टी की कोर कमेटी की बैठक से पहले हुई भाजपा- संघ की मीटिंग ने सारे नेताओं में खलबली मचा दी। वहीं दोपहर को हुई बैठक में प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए गए सतीश पूनियां को संगठन ने बड़ी जिम्मेंदारी सौंपी।
जयपुर (jaipur news). भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में आज बड़ा बदलाव हुआ है। सीपी जोशी जो कि हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चुने गए थे, उन्होंने संगठन से जुड़े हुए अन्य नेताओं के साथ पार्टी में कुछ परिवर्तन किए हैं। इस बारे में केंद्र की भाजपा से भी निर्देश मिले थे, उसी आधार पर यह बड़े बदलाव किए गए हैं। पार्टी में नेता राजेंद्र राठौड़ को नेता प्रतिपक्ष चुना गया है। वह अब तक उपनेता प्रतिपक्ष थे, नेता प्रतिपक्ष पहले गुलाबचंद कटारिया थे, जिन्हें पिछले महीने राज्यपाल बना दिया गया था। राठौड़ के अलावा भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को फिर से बड़ी जिम्मेदारी मिली है। पूनिया को उप नेता प्रतिपक्ष का पद दिया गया है। बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में यह आखरी बड़ा बदलाव है।
बीजेपी के बड़े नेताओं की मौजूदगी में हुए बदलाव
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय जयपुर में आज पार्टी से जुड़े हुए अधिकतर बड़े नेताओं की मौजूदगी में यह बदलाव किए गए। आज दोपहर में 3:00 बजे विधायक दल की बैठक प्रदेश कार्यालय में बुलाई गई थी। इसमें पार्टी से जुड़े तमाम नेता शामिल हुए थे। प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह भी दिल्ली से इसी बैठक में शामिल होने के लिए जयपुर आए थे। इस बैठक के अलावा भारतीय जनता पार्टी की आज कुछ अन्य बैठक भी है जो प्रदेश कार्यालय में जारी है।
पार्टी का उद्देश्य अगली विधानसभा में मौका दिलाना
प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि राजेंद्र राठौड़ सभी नेताओं की पसंद है। वह जिम्मेदार नेता है और अपनी जिम्मेदारी बखूबी जानते हैं। प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि पार्टी एकजुट होकर काम कर रही है, उद्देश्य एक ही है कि आने वाले विधानसभा चुनाव मैं भारतीय जनता पार्टी को मौका मिले। जोशी ने कहा कि थोड़े बहुत मनमुटाव हर पार्टी और संगठन में होते हैं, लेकिन समय रहते उन्हें मैनेज कर लिया जाता है।
दो दिग्गज नेताओं का आने जाने का टाइमिंग रहा चर्चा का विषय
विधायक दल की इस बैठक में आज दो नेताओं के आने और जाने की टाइमिंग चर्चा का विषय रही। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल भाजपा प्रदेश कार्यालय में घुसे और कुछ ही मिनट में वापस बाहर निकल कर रवाना हो गए। इसी तरह जयपुर से आने वाले वरिष्ठ नेता कालीचरण सराफ भी पार्टी कार्यालय में जाने के बाद सिर्फ दो ही मिनट में वापस चले गए । दोनों नेताओं का आना और इतनी जल्दी चले जाना चर्चा का विषय बना रहा।
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