ऐसा क्या हुआ कि सत्याग्रह की राह पर उतरी देश भर की कांग्रेस, दिल्ली से लेकर राजस्थान तक कर रहे नेता ये काम

नेशनल कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। जब से उनको सांसद पद से हटाया गया है तब से देशभर में कांग्रेस का प्रदर्शन तेज होता जा रहा है। रविवार के दिन राजस्थान में सबसे बड़ा सत्याग्रह हो रहा है।

Sanjay Chaturvedi | Published : Mar 26, 2023 7:14 AM IST

जयपुर ( jaipur news). नेशनल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सांसद पद से हटाए जाने के बाद से अब कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन तेज होता जा रहा है। आज पूरे देश में प्रदर्शन है और बड़ी बात यह है कि राजस्थान में सबसे बड़ा प्रदर्शन रखा गया है। दिल्ली में हालांकि बड़े नेता जुट रहे हैं लेकिन राजस्थान में जहां कांग्रेस की सरकार है वहां पर बड़ी संख्या में लोग सत्याग्रह में शामिल होने पहुंच रहे हैं।

दिल्ली में जमा हुए पार्टी के दिग्गज नेता

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे , प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और अन्य बड़े नेताओं ने दिल्ली के गांधी दर्शन के बाहर सत्याग्रह आंदोलन शुरू कर दिया है इसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बड़ी भूमिका है । पहले यह प्रदर्शन राजघाट पर किया जाना था लेकिन वहां पर धारा 144 लगा दी गई , इस कारण वहां से हटाकर गांधी दर्शन के बाहर सत्याग्रह आंदोलन शुरू कर दिया गया।

अब बात राजस्थान की क्योंकि ...

राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बेहद विश्वासपात्र रहे हैं गांधी परिवार के। ऐसे में राजस्थान में भी बड़े आंदोलन शुरू कर दिए गए हैं । जयपुर समेत अन्य सभी शहरों में सत्याग्रह शुरू कर दिए गए हैं । जयपुर में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा , कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास , महेश जोशी सांसद समेत कांग्रेस के तमाम बड़े नेता और विधायक शामिल हुए हैं। जयपुर में यह सत्याग्रह 11:00 बजे से शुरू कर दिया गया है जो शाम 5:00 बजे तक जारी रहने वाला है। इस दौरान बड़े नेताओं के भाषण होंगे और उसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी ।

सत्याग्रह के जरिए दे रहे केंद्र को जवाब- सीएम

कल शाम दिल्ली से वापस लौटे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि केंद्र सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की तैयारी की जा रही है। सत्याग्रह आंदोलन के बाद इसकी रूपरेखा तैयार की जाएगी। सरकार ने जो किया है वह बिल्कुल गलत और तर्क हीन है। उसका जवाब देना सत्याग्रह के अनुसार बेहद जरूरी है।

दरअसल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कल शाम को दिल्ली से जयपुर लौटे थे और आंदोलनरत चिकित्सकों के बारे में वार्ता करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वार्ता नहीं हो सकी। उसके बाद आज सवेरे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वापस से दिल्ली के लिए रवाना हो गए और करीब 11:30 बजे दिल्ली पहुंच गए। उसके बाद सत्याग्रह आंदोलन में शामिल हुए।

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