इन दिनों राजस्थान के इस आईपीएस का खौफ इतना है कि प्रदेश ही नहीं दूसरे राज्यों के गैंगस्टर भी घबरा रहे हैं। उन्हीं अफसर का राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रों को मोटिवेट करने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वे पुष्पा मूवी का एक्शन करते दिख रहे है।
जयपुर (jaipur news). यह राजस्थान के वर्तमान समय में सबसे तगड़े आईपीएस ऑफिसर हैं, नाम है दिनेश कुमार एमएन। फिलहाल एडीजी की पोस्ट पर तैनात हैं और पूरे राजस्थान में गैंगस्टर्स के खिलाफ सबसे बड़ा अभियान चला रखा है। इस अभियान में पिछले 15 दिन में ही 6 हजार से भी ज्यादा बदमाशों को पकड़ा जा चुका है। दिनेश एमएन वैसे तो मीडिया से बचते हैं लेकिन अब राजस्थान में उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो राजस्थान विश्वविद्यालय के घूमर कार्यक्रम का है।
अपने कॉलेज के जमाने के सुनाए किस्से
जयपुर में स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय में कार्यक्रम में शामिल होने आए एडीजी दिनेश ने अपने कॉलेज के जमाने के किस्से सुनाए। उन्होंने कहा कि पहले लड़कियां लड़कों के थप्पड़ तक मार देती थी लेकिन फिर भी लड़के डटे रहते थे, लेकिन अब जमाना तेजी से बदल रहा है। उन्होंने स्टूडेंट्स को भविष्य के लिए भी सचेत किया और कहा कि कितनी भी खराब परिस्थितियां आए कभी भी हार नहीं माननी है ।
जब भी मुसीबत आए तो बोलो- मैं झुकेगा नहीं
उन्होंने मंच पर ही पुष्पा मूवी का एक्शन सीन करके दिखाया और कहा कि जब भी कोई परेशानी आए तो उसके सामने डट कर खड़े हो जाइए , इतनी मेहनत कीजिए की परेशानी खत्म हो जाए। उन्होंने पुष्पा मूवी का झुकेगा नहीं एक्शन कर के छात्रों को दिखाया तो सैकड़ों की संख्या में वहां मौजूद छात्रों ने जमकर तालियां पीटी और सीटी बजाई ।
मीडिया से दूर रहना पसंद
एम एन ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में हारना नहीं है । पुलिस के सामने हर रोज नई चुनौतियां आती है, लेकिन पुलिस सबसे डटकर लड़ती है। इसी तरह जीवन में आने वाली परेशानियां भी हैं। हर दिन नई परेशानी आती है लेकिन डटकर खड़े होना बहुत जरूरी है। एमएन काफी समय के बाद किसी आयोजन में पहुंचे थे। वे अक्सर मीडिया से दूर रहना पसंद करते हैं। अक्सर लाइमलाइट से दूर रहना पसंद करते हैं।
बिना अपराध 7 साल रहे जेल में
एमएन को कुछ साल पहले 7 साल के लिए ऐसे अपराध में जेल में बंद किया गया था जिस अपराध से उनका कोई नाता नहीं था । उन्हें एक एनकाउंटर केस में आरोपी बनाकर बंद किया गया था । 7 साल तक उन्होंने अपने निर्दोष होने के सबूत दिए उसके बाद जाकर उन्हें जेल से छोड़ा गया था । उसके बाद उन्होंने राजस्थान में फिर से मोर्चा संभाला और अब वर्तमान में वे क्राइम डिपार्टमेंट में एडीजी के पद पर कार्यरत हैं।