राजस्थान में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए सीएम अशोक गहलोत ने कई घोषणाएं की थी जिसमें से एक थी प्रदेश वासियों को 200 यूनिट तक फ्री बिजली। लेकिन अब 4.5 लाख किसानों को इस घोषणा का फायदा नहीं मिल पाएगा। फ्री बिजली नहीं मिलने का कारण ये है।
जयपुर (jaipur News). चुनावी साल में अशोक गहलोत एक के बाद एक की नई घोषणाएं कर रहे हैं। बीते दिनों सीएम ने राजस्थान में किसानों के लिए 200 यूनिट फ्री बिजली की घोषणा की थी। जिससे राजस्थान के किसान वर्ग ने सोचा कि उन्हें अब काफी फायदा मिलेगा। लेकिन अब राजस्थान के 4.5 लाख किसान इस सुविधा से वंचित होने वाले हैं।
राजस्थान में 4.5 लाख से अधिक किसान फ्री बिजली स्कीम से हो जाएंगे बाहर
आपको बता दें कि राजस्थान में कई इलाके ऐसे हैं जहां आज भूजल स्तर पूरी तरह से खत्म हो चुका है। वहां पंपसेट लगवाने के बाद भी लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है। पानी की उपलब्धता के लिए किसानों ने वहां 10 हॉर्स पावर से ज्यादा कैपेसिटी के पंपसेट लगाए हुए हैं। ऐसे में अब यही किसान सरकार की इस स्कीम से वंचित होने वाले हैं। क्योंकि सरकार ऐसे किसानों को इस स्कीम का फायदा नहीं देने वाली है। हालांकि ऐसे किसानों को किसान मित्र योजना के तहत हर महीने 1हजार रुपए की सब्सिडी जरूर मिलेगी।
20-25 हॉर्स पावर के पानी की मोटर के चलते नहीं मिलेगी सब्सिडी
राजस्थान में जोधपुर,जालौर,बाड़मेर,जैसलमेर जैसे कई जिले ऐसे हैं जहां लोगों ने पानी की उपलब्धता के लिए 20 से 25 हॉर्स पावर क्षमता के पंपसेट लगाए हुए हैं। ऐसे में राजस्थान के करीब 7 जिलों में 4.5 लाख किसान इस सुविधा से वंचित होने वाले हैं। वही इस स्कीम में एक सबसे बड़े नियम को और लागू किया गया है।
फ्री बिजली सब्सिडी का फायदा लेने के लिए मीटर का चालू होना जरूरी
नए नियम के तहत यदि बिजली का कनेक्शन तो सही है लेकिन अगर मीटर खराब पड़ा है और वह सही रीडिंग नहीं बता पा रहा है तो वह किसान भी इस फैसिलिटी से दूर हो जाएंगे। ऐसे में किसानों को काफी ज्यादा बिजली का बिल देना पड़ेगा। हालांकि बिजली विभाग की ओर से यह गाइडलाइन जारी की गई है कि किसान जल्द से जल्द अपने बिजली मीटर ठीक करवा सकते हैं।
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