राजस्थान में आने वाले 5 से 6 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले है। इसके चलते प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां शुरू हो गई है। कई नेताओं का आना जाना लगा है। इसी दौरान आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत भी एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। जाने सियासी मायने।
जयपुर (jaipur news). राजस्थान में जल्द ही 5 से 6 महीने बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं। इससे पहले राजस्थान में सियासी आवाजाही शुरू हो चुकी है। इसी के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत राजधानी जयपुर में आ गए हैं। यहां वह जामडोली केशव विद्यापीठ में एक उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके अलावा उनके साथ राजस्थान के मूल निवासी और पीरामल बिजनेस ग्रुप के अध्यक्ष अजय पीरामल और उज्जैन के महामंडलेश्वर उमेश नाथ भी मौजूद रहेंगे।
3 दिन तक चलेगा संघ का कार्यक्रम
जयपुर में हो रहा है कार्यक्रम वार्षिक सम्मेलन की तरह है। जिसमें राजस्थान के समस्त संघ से जुड़े हुए लोग भी शामिल होने की संभावना है। यह सम्मेलन 3 दिन चलेगा जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हजारों स्वयंसेवक शामिल होंगे। वही आज मोहन भागवत कार्यक्रम के दौरान सभा को भी संबोधित करने वाले हैं। जिसमें बहस समाज परिवर्तन सहित अन्य कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
3 हजार से ज्यादा प्रतिनिधि हो रहे शामिल
तीन दिन के लिए शुरु हो रहे इस आयोजन में तीन हजार से ज्यादा प्रतिनिधी शामिल हो रहे हैं। उनके खाने रहने और अन्य तमाम तरह की सुविधाएं केशव विद्या पीठ संस्थान में की गई है। ये तीन हजार प्रतिनिधी 11 क्षेत्र और 45 प्रांत से आ रहे हैं। इनमें महिलाओं का भी बड़ा समूह है।
निकल रहे कई सियासी मायने
वहीं यदि बात करें राजस्थान में इससे पहले मोहन भागवत के दौरे की तो वह भीलवाड़ा सहित कई जगह पर आ चुके हैं। लेकिन वर्तमान में आगामी दिनों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले इस दौरे को कई सियासी माइनों से देखा जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि मोहन भागवत स्वयंसेवकों की बैठक लेकर उन्हें अभी से चुनाव के लिए तैयार करना शुरू कर देंगे। वही आपको बता दें कि राजधानी जयपुर में होने वाले इस कार्यक्रम में राजस्थान से भाजपा के कई सांसद और कई विधायक भी शामिल हो सकते हैं।
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