राजस्थान के जयपुर शहर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। निजी हॉस्पिटल में एक बुजुर्ग की बाईपास सर्जरी करने के बाद भी 12 दिन बाद ही हो गई मौत। अंतिम संस्कार करने के बाद अस्थियां लेने गए तो पता चली शॉकिंग वजह। अस्पताल के खिलाफ दर्ज कराया केस।
जयपुर (jaipur news). बधाई हो...अब आपके पिता की कम से कम पांच साल उम्र बढ़ गई है। उनकी हार्ट सर्जरी सफल हो गई है.....। दो दिन बाद छुट्टी दे देंगे... घर में ख्याल रखना। ऐसा कहने के बाद सीनियर डॉक्टर चले गए और परिवार खुश हो गया कि अब पिता कुछ साल और साथ रहेंगे। परिवार ने दो दिन बाद छुट्टी दिला दी और उसके बाद घर ले आए। लेकिन घर आने के बाद तबियत बिगड़ती चली गई और पिता की बारह दिन बाद मौत हो गई। डॉक्टर कहते रहे सब सही हो जाएगा, कुछ दिन का दर्द है। लेकिन अब मामला पुलिस तक जा पहुंचा है। जयपुर की मालवीय नगर थाना पुलिस केस की जांच कर रही है।
जयपुर के फोर्टिस प्राइवेट हॉस्पिटल का है शॉकिंग मामला
दरअसल जयपुर के सबसे बडे़ निजी अस्पताल से यह मामला जुडा हुआ है। जयपुर के मानसरोव इलाके में रहने वाले कपिल शर्मा ने अपने 74 साल के पिता की हाई बाईपास सर्जरी कराई। जेएलएन रोड पर स्थित सबसे बड़े अस्पताल को मुंह मांगा पैसा दिया गया। 29 मई को पिता को भर्ती कराया गया, तीस मई को पिता उपेन्द्र कुमार की सर्जरी हुई और 31 की रात को अवकाश दे दिया गया।
सर्जरी के बाद 5 साल और जीने की दी बधाई लेकिन 12 दिन में गई जान
उसके बाद उन्हें घर लाए तो हालात कुछ दिन सही रही, लेकिन पिता दर्द की शिकायत करते रहे हार्ट के आसपास। कमल शर्मा ने डॉक्टर से बात की तो उनका कहना था कि दो चार दिन में अपने आप सब सही हो जाएगा। परिवार को लगा डॉकटर सही कह रहे हैं। लेकिन इस बीच 12 जून की रात पिता उपेन्द्र कुमार शर्मा की मौत हो गई। परिवार ने दुखी मन से 13 मई को पिता का अंतिम संस्कार कर दिया।
अस्थिया समेटने गया परिवार तो कुछ ऐसा मिला की हॉस्पिटल के खिलाफ दर्ज कराया केस
गुरुवार सुबह सवेरे जब परिवार के लोग पिता की की अस्थियां लेने के लिए महारानी फार्म स्थित शमशन गए तो वहां पर अस्थियों के ढेर में दबी सर्जिकल कैंची भी मिली। डॉक्टर को बताया गया तो उन्होनें गलती होने से ही इंकार कर दिया। बाद में पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। पुलिस के सामने शमशान में सबूत जमा किए गए और अब केस दर्ज कराया गया है। मामला फोर्टिस अस्पताल का है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि हमारी कोई गलती नहीं है। पुलिस का कहना है कि वे जांच कर रहे हैं।