राजस्थान के जयपुर शहर से सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां वनकर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठै है उधर जंगल से निकलकर आए तेंदुए ने सवा साल के मासूम को बनाया शिकार बना लिया। बच्चे को जंगल लेजाकर दर्दनाक मौत दे दी। लाश देखकर मां हुई बेहोश।
जयपुर (jaipur). राजस्थान की राजधानी जयपुर में सवा साल के बच्चे की तेंदुए ने हत्या कर दी। तेंदुआ उसे गले से दबाता हुआ जंगल की ओर खींच ले गयां। मां को बेटे की सिसकियां सुनाई दी तो मां तेंदुए के पीछे पीछे जंगल में दौड़ी। गांव के लोगों ने भी तेंदुए का पीछा किया लेकिन जब तक कलेजा का टुकड़ा मौत का निवाला बन चुका था। जयपुर के ग्रामीण इलाके जमवारामगढ़ का यह मामला है। जमवारामगढ़ क्षेत्र में स्थित टोडामीणा गांव में दहशत का माहौल है।
आंगन में खेल रहा था बच्चा, अचानक आ गया तेंदुआ
दरअसल गांव में रहने वाले दिव्यांग गणपत लाल के बेटे की मौत हो गई। बेटा अपनी मां के साथ आंगन में ही था। घर के पालतू कुत्ते के साथ बेटा आंगन में खेल रहा था और कुछ ही मीटर दूरी पर मां काली बाई बर्तन साफ कर रही थी। शुक्रवार रात एक पल के लिए ही बेटे से नजर हटी थी कि इसी दौरान घात लगातार इंतजार कर रहा तेंदुआ कुत्ते पर झपटा। कुत्ता मिमियाती हुआ कमरे के अंदर घुस गया और दुबक गया। उसकी आवाज ही नहीं निकली।
जब तक कुछ समझ आता मासूम को दबोच जंगल ले गया
कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही तेंदुआ सवा साल के बच्चे को गले से दबाकर खींचता हुआ जंगल ले गया। मां की नजर बेटे पर गई तो उसके शरीर में खून जम गया। वह जैसे तैसे चीखती हुई तेंदुए के पीछे जंगल में दौड़ी। गांव के अन्य लोग भी वहां आ गए। तेंदुआ आधा किलोमीटर तक बच्चे को दांतों में दबाए खींचता रहा और जब उस पर गांव वालों ने पत्थर बरसाना शुरु कर दिया तो वह जंगल की ओर ओझल हो गया। बच्चे को वहीं छोड़ गया। बच्चे को तुरंत चंदवाजी स्थित निम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन जब तक उसकी मौत हो चुकी थी। अब पूरे इलाके में दहशत है। वहीं अपने बच्चे को खोने के बाद मां बदहवास हालत में है।
उल्लेखनीय है कि अपनी मांगों को लेकर पिछली छह फरवरी से वनकर्मी हड़ताल पर चल रहे हैं। इस कारण जंगली जानवरों की ट्रैकिंग भी नहीं हो पा रही है। ऐसे मे जंगली जानवरों का आबादी में आने का खौफ बढ़ता जा रहा है।
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