देश की अनोखे शख्स की मूर्ति: दिन में 2 बार आरती, प्रसाद में चढ़ती है शराब, अफीम और सिगरेट
जोधपुर ( jodhpur). अक्सर हमने मूर्तियों पर प्रसाद के रूप में मिठाइयां नारियल चढ़ते हुए देखा होगा लेकिन सोचिए कि कभी ऐसा भी हुआ हो कि मूर्तियों पर प्रसाद के रूप में अलग अलग तरीके की सिगरेट चढ़ाई जाने लगे। पढ़ें ऐसी ही मूर्ति के बारे में…
Sanjay Chaturvedi | Published : Jan 27, 2023 6:27 AM IST / Updated: Jan 27 2023, 12:19 PM IST
ऐसी ही एक मूर्ति राजस्थान के जोधपुर में स्थित है। जिले के राजघराने सर प्रताप की प्रतिमा वहां के जुबली कोर्ट परिसर में लगी हुई है।
सर प्रताप की इस मूर्ति की दिन में दो बार आरती भी की जाती है। इस पर पुलिस और वकील दोनों ही नमन भी करते हैं।
माना जाता है कि यहां मांगने वाली हर मुराद पूरी होती है। इस मूर्ति पर शराब,अफीम और सिगरेट को प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है। 28 साल पहले लगी इस प्रतिमा की रोज पूजा होती है।
लोगों की मान्यता है कि रात 12:00 बजे सर प्रताप अपने सफेद घोड़े पर सवार होकर पूरे जोधपुर के परकोटे की सुरक्षा के लिए निकलते हैं। वही इतिहासकारों की मानें तो सर प्रताप जोधपुर के 1878 में प्रधानमंत्री रह चुके हैं।
सर प्रताप को अंग्रेजी बोलना नहीं आता था। ऐसे में 1878 में उन्हें महारानी विक्टोरिया के शासन के 50 साल पूरे होने पर लंदन बुलाया गया। इस दौरान उन्होंने वही जाकर अंग्रेजी सीखी।
सर प्रताप ने जोधपुर में अपने लिए एक शिप हाउस बनवाया था जो पूरी तरह एक जहाज की तरह ही नजर आता था। सर प्रताप को ब्रिटिश कालीन अवार्ड ऑफ द बाथ भी मिला था।
शादियों में हम जो जोधपुरी सूट पहनते है उस फैशन को आजाद करने वाले भी सर प्रताप ही है। जिनको उसी तरह का कोट पहनना पसंद था। कई देशों के युद्ध में हिस्सा लेने वाले प्रताप ने कानून व्यवस्था समेत कई बड़े काम करवाए।